धर्मपुर,
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला रखोह में आयोजित वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह तथा बाल दिवस विशेष कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विधायक चन्द्रशेखर ने कहा कि प्रदेश सरकार का मुख्य लक्ष्य ग्रामीण क्षेत्रों के विद्यार्थियों को आधुनिक, प्रतिस्पर्धात्मक और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध करवाना है। इसी दिशा में राज्य में 100 नए सीबीएसई पैटर्न के विद्यालय स्थापित किए जा रहे हैं, जो ग्रामीण विद्यार्थियों को बड़े शहरों जैसी शिक्षा के अवसर प्रदान करेंगे।
उन्होंने कहा कि पहली कक्षा से अंग्रेज़ी माध्यम लागू होना और सीबीएसई स्कूलों की स्थापना सरकार की दूरदर्शी शिक्षा नीति का परिणाम है। विधायक चन्द्रशेखर ने कहा कि मजबूत शिक्षण संस्थान और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा किसी भी समाज की समृद्धि और प्रगति की आधारशिला हैं।

उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार बच्चों को बेहतर शैक्षणिक वातावरण प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है और इसी दिशा में निरंतर कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि वर्तमान प्रतिस्पर्धा के दौर में लक्ष्य निर्धारण और कड़ी मेहनत ही सफलता की कुंजी है।
बाल दिवस पर चाचा नेहरू को किया याद
समारोह में बाल दिवस के उपलक्ष्य पर विधायक ने चाचा नेहरू को श्रद्धापूर्वक याद किया।
उन्होंने उनके बच्चों के प्रति प्रेम और शिक्षा को प्राथमिकता देने के दृष्टिकोण को छात्रों के लिए प्रेरणास्रोत बताया गया। विद्यार्थियों ने बाल दिवस से संबंधित सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ भी दीं।
प्रधानाचार्य ने प्रस्तुत की वार्षिक रिपोर्ट कार्यक्रम की शुरुआत में विद्यालय के प्रधानाचार्य राकेश कुमार ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया तथा विद्यालय की वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की। रिपोर्ट में विद्यालय की शैक्षणिक उपलब्धियों, खेल प्रदर्शन, सांस्कृतिक गतिविधियों, आधारभूत सुविधाओं के विकास और भविष्य की योजनाओं का विस्तार से उल्लेख किया गया। उन्होंने बताया कि विद्यालय लगातार बेहतर परिणामों की ओर अग्रसर है।
शिक्षा सुधारों के सकारात्मक परिणाम
विधायक ने कहा कि इन प्रयासों से हिमाचल प्रदेश शिक्षा के क्षेत्र में 21वें स्थान से बढ़कर अब 5वें स्थान पर पहुंच गया है। पहली कक्षा से जमा दो तक गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करने के लिए अलग स्कूल शिक्षा निदेशालय स्थापित किया गया है, जिससे शिक्षा व्यवस्था अधिक सुदृढ़ हुई है।

स्वास्थ्य सुविधाएं मजबूत : सरकाघाट में डॉक्टरों की कमी पूरी
उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार स्वास्थ्य क्षेत्र को भी मजबूत बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। सरकाघाट क्षेत्र में डॉक्टरों की कमी पूरी कर दी गई है, जिससे स्थानीय लोगों को समय पर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकेंगी और उन्हें दूर नहीं जाना पड़ेगा।
विद्यार्थियों को नशे से दूर रहने का संदेश
विधायक ने विद्यार्थियों को शिक्षा के साथ-साथ खेलकूद एवं रचनात्मक गतिविधियों में सक्रिय रहने और नशे जैसी बुराइयों से दूर रहने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि लक्ष्य निर्धारण और कड़ी मेहनत सफलता की कुंजी है। उन्होंने शिक्षकों और अभिभावकों से बच्चों को सही दिशा और समय पर मार्गदर्शन देने का आग्रह किया।

खिलाड़ियों के लिए डाइट मनी में बढ़ोतरी
विधायक ने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा खिलाड़ियों को दी जाने वाली डाइट मनी में बढ़ोतरी की गई है। प्रारंभिक शिक्षा स्तर के खिलाड़ियों को प्रदेश स्तरीय खेलों में 250 रुपये प्रतिदिन, अन्य खिलाड़ियों को 450 रुपये प्रतिदिन तथा प्रदेश से बाहर प्रतियोगिताओं में भाग लेने पर 500 रुपये प्रतिदिन प्रदान किए जा रहे हैं।
ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती
उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा दूध के दामों में ऐतिहासिक वृद्धि, किसानों से गोबर की खरीद और प्राकृतिक खेती से उत्पादित गेहूं, मक्की व कच्ची हल्दी को क्रमशः 60, 40 और 90 रुपये प्रति किलो की दर से खरीदना ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती देने के लिए उठाए गए महत्वपूर्ण कदम हैं।

कार्यक्रम में विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रमों की विधायक ने सराहना की तथा ऐच्छिक निधि से 21,000 रुपये और साथ ही विद्यालय के मंच निर्माण के लिए 2 लाख रुपये प्रदान किए।
इस अवसर पर प्रधानाचार्य राकेश कुमार, उप प्रधानाचार्य विक्रम राठौर, प्रधान ग्रांम पंचायत बकारटा सुमन ठाकुर, रितेश ठाकुर, सरसा देवी, राजीव कुमार, विरेन्द्र कुमार, राजेश पराशर, टेक चन्द, ज्ञान चन्द, बलवीर जम्वाल, ब्रह्मदत, सुरजीत सिंह, सतपाल, सहायक अभियंता विद्युत विभाग राज कुमार पराशर, कनिष्ठ अभियंता लोक निर्माण विभाग नीलम कुमार शर्मा सहित विद्यार्थी अध्यापक और अभिभावक उपस्थित रहे।
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