बिलासपुर के डीयारा सेक्टर में एक समाजसेवी महिला को आवारा घायल कुत्तों की सेवा करना पड़ा भारी महंगा कुत्तों की संख्या 25

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संवाददाता शुभम ठाकुर **
बिलासपुर के डियारा सेक्टर में एक समाजसेवी महिला को आवारा घायल कुत्तों की सेवा करना पड़ा भारी महिला के घर पर एक -एक आवारा कुत्तों की संख्या 25 का आंकड़ा कर गई पार कुत्तों के आतंक से परेशान स्थानीय लोगों ने सकारात्मक कदम उठाने की मांग सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार प्रशासनिक अधिकारियों की उपस्थिति में पशुपालन विभाग व नगर परिषद के कर्मचारी पुलिस सहित दलबल पहुंचे डियारा सेक्टर तनाव पूर्ण स्थिति में लावारिस कुत्तों को काबू कर किया रेस्क्यू महिला के घर पर शेष बचे घायल कुत्तों का संबंधित विभाग व प्रदेश सरकार से शीघ्रा हल निकालने का किया आग्रह l

इसके अलावा मांग की संबंधित विभाग व प्रशासन को घायल एवं आवारा कुत्तों के उपचार के प्रति डॉग शेल्टर खोलना चाहिए ताकि शहर में आवारा कुत्तों के विचरण करने से शहर वासियों को खतरा पैदा नहीं सके l इस संदर्भ में पशु पालन विभाग के जिला अधिकरी विनोद कुमार कुंदी ने की पुष्टि उन्होंने बताया कुत्तों को नगर परिषद क्षेत्र से कर दिया गया है अन्यत्र क्षेत्र शिफ्ट l


बिलासपुर के डियारा सेक्टर में एक समाजसेवी महिला को आवारा घायल कुत्तों की सेवा करना भारी पड़ गया क्योंकि महिला के घर पर एक -एक आवारा कुत्तों की संख्या 25 का आंकड़ा पार कर गई पार कुत्तों के आतंक से परेशान स्थानीय लोगों ने सकारात्मक कदम उठाने की प्रशासन से मांग की l सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार प्रशासनिक अधिकारियों की उपस्थिति में पशुपालन विभाग व नगर परिषद के कर्मचारी पुलिस सहित दलबल डियरा सेक्टर बिलासपुरमें पहुंचे l

संयुक्तत अभियान के तहत कुत्तों को काबू कर रेस्क्यू किया l बात यहीं पर समाप्त नहीं होती है अपितु महिला के घर पर शेष बचे घायल कुत्तों का संबंधित विभाग व प्रदेश सरकार से शीघ्रा समाधान निकालने का आग्रह किया l वहीं दूसरी ओर स्थानीय लोगों एवं जनप्रतिनिधियों का कहना है कि इन आवारा कुत्तों ने बिलासपुर केडियारा सेक्टर में आतंक मचा कर रख दिया है l

ये बिना किसी खौफ से निडर होकर राह चलते लोगों व स्कूल आवागमन करने वाले बच्चों पर झापड़ पढ़ते हैं l स्थानीय लोगों का कहना है कि घायल कुत्तों की सेवा करना को बुरी बात नहीं है लेकिन उनसे आम जनता को कोई खतरा पैदा नहीं होना चाहिए l इस संदर्भ में संबंधित विभाग व प्रशासन को घायल एवं आवारा कुत्तों के उपचार के प्रति डॉग शेल्टर खोलना चाहिए ताकि शहर में आवारा कुत्तों के विचरण करने से शहर वासियों को खतरा पैदा नहीं सके l


आखिर क्या है पूरा मामला —
सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार बिलासपुर शहर के डियारा सेक्टर में कुत्तों के ऊपर नगर परिषद द्वारा कार्यवाही की गई।। यहां एक निजी घर में 20 से 25 कुत्तों को सरंक्षण दिया गया था। कई दिनों से इस क्षेत्र में कुत्तों के काटने की घटनाएं घटित हो रही थी जिससे आस पास के लोगों में बहुत आक्रोश था। लोगों का कहना था कि यहां से बच्चों और बुजुर्गों का गुजरना अत्यधिक जोखिम भरा था।

वहीं इन बेसहारा और बीमार जानवरों की देखभाल करने वाली पशुप्रेमी पूर्व पार्षद रामप्यारी ठाकुर का कहना है कि मेरे द्वारा सिर्फ बीमार और बेसहारा कुत्तों को इलाज व संरक्षण यहां पर किया जाता है।।

उन्होंने आरोप लगाए कि नगर परिषद द्वारा इन जानवरों की समय पर नशबंदी नहीं की जाती है इसकी वजह से इनकी संख्य में वृद्धि हो रही है जिससे समाज में इनकी वजह से समस्या उत्पन हो रही है। रामप्यारी जी ने बताया कि कुछ दिन पहले ही कोई उनके दरवाजे पर 6 , 7 पिल्लों से भरा बैग रख कर चला गया।।

उन्होंने कहा कि अगर नगर परिषद इनकी देखभाल की जिम्मेवारी लेती है तो वो इन सभी कुत्तों को नगर परिषद के बनाए गए शेल्टर हाउस में रखने को तैयार है।।।इस संदर्भ में पशु पालन विभाग के जिला अधिकरी विनोद कुमार कुंदी ने की पुष्टि उन्होंने बताया कुत्तों को नगर परिषद क्षेत्र से अन्यत्र क्षेत्र शिफ्ट कर दिया गया है l

फीडबैक –
(1)- बंबर ठाकुर, पूर्व कांग्रेसी विधायक बिलासपुर l (बाईट )

(2)- स्थानीय निवासी l(बाईट )
(3)- विनोद कुमार कुंदी जिला अधिकारी पशु पालन विभाग l(बाईट )


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