कुल्लू,
आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग, द्वारा सांख्यिकीय सुदृढ़ीकरण योजना के अंतर्गत बुधवार को कुल्लू के बहुउद्देश्यीय भवन में “सांख्यिकीय गतिविधियों में समन्वय और दोहराव से बचाव” विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला केंद्रीय सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के सहयोग से आयोजित की गई।
कार्यशाला की अध्यक्षता डॉ. अभिषेक जैन, सचिव (वित्त, अर्थशास्त्र एवं सांख्यिकी, योजना) ने की। डॉ. अभिषेक जैन ने अपने संबोधन में कहा कि इस प्रकार की कार्यशालाएं न केवल विभागीय समन्वय को मजबूत करती हैं, बल्कि डेटा की गुणवत्ता और उपयोगिता में भी वृद्धि करती हैं। उन्होंने सभी अधिकारियों से आग्रह किया कि वे आंकड़ों के संग्रह, विश्लेषण और प्रसार में पारदर्शिता एवं सटीकता बनाए रखें।

उन्होंने कहा कि कार्यशाला का उद्देश्य राज्य की सांख्यिकीय प्रणाली को सुदृढ़ बनाना और साक्ष्य-आधारित नीतिनिर्धारण एवं सुशासन को बढ़ावा देना है। उन्होंने कहा कि विभागों द्वारा प्रस्तुत आंकड़ों पर ही प्रदेश की आय (जीडीपी) से सीधे लिंक होने के कारण आंकड़ो का सही रूप में प्रस्तुत करना बहुत महत्वपूर्ण बिंदु है।

उन्होंने कहा कि सभी विभाग अपने-अपने आंकड़े सही और अद्यतन रूप में प्रस्तुत करें। उन्होंने कहा कि यदि किसी भी जानकारी को लेकर कोई संदेह हो तो उसे अपलोड करने से पूर्व विभाग के अधिकारियों से जानकारी हासिल करें।
उन्होंने बताया कि इस बैठक का उद्देश्य अधिकारियों को सेंसिटाइज करना है ताकि वे अपने विभाग के प्रस्तुत आंकड़ों के प्रति और अधिक सजग तथा उत्तरदायी बनें।

उन्होंने कहा कि भविष्य में भी इस प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए जाते रहेंगे। उन्होंने कहा कि यदि किसी विभाग को अपने स्तर पर जिले में कार्यशाला आयोजित करनी हो, तो उसके लिए भी पर्याप्त फंड उपलब्ध हैं। इसके अतिरिक्त जो अधिकारी प्रशिक्षण लेना चाहते हैं, उन्हें उत्कृष्ट संस्थानों में प्रशिक्षण के अवसर भी प्रदान किए जाएंगे।
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