आयुष, युवा सेवाएं एवं खेल मंत्री यादविंदर गोमा ने वीरवार को उपमंडल जयसिंहपुर की बड पंचायत में आयोजित दो दिवसीय बरालु मेला लोअर दगोह के समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की।
इस दौरान आयुष मंत्री ने कहा कि मेले और पारंपरिक आयोजन हमारी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत एवं सामाजिक एकता के प्रतीक हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजनों से युवाओं और पहलवानों को अपनी प्रतिभा दिखाने का मंच मिलता है तथा यह आयोजनों के माध्यम से प्रदेश की स्थानीय कला, संस्कृति और परंपराओं का संरक्षण होता है।

उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश विविध सांस्कृतिक परंपराओं का धनी प्रदेश है और ऐसे मेले आपसी मेलजोल, भाईचारे को बढ़ावा देने के साथ-साथ स्थानीय व्यापार और रोजगार के अवसर भी प्रदान करते हैं। गोमा ने यह भी कहा कि मेलों का आयोजन केवल मनोरंजन नहीं बल्कि सामाजिक सरोकार और सांस्कृतिक संरक्षण की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है।

समापन समारोह के दौरान आयोजित दंगल प्रतियोगिता की बड़ी माली के विजेता विशाल पालमपुर और उपविजेता भूरा कांगड़ा जबकि छोटी माली के विजेता अंकुर लम्बागांव व उप विजेता रजत नुरपुर को मंत्री द्वारा सम्मानित किया गया। इसके साथ ही उन्होंने मेले के सफल आयोजन के लिए मेला कमेटी को 31 हजार रुपये की देने की घोषणा भी की ।

गोमा ने स्थानीय जनता से आग्रह किया कि वे इस तरह के पारंपरिक आयोजनों को निरंतर बनाए रखें ताकि आने वाली पीढ़ियां भी अपनी संस्कृति और परंपराओं से जुड़ी रहें।
इस अवसर पर मेला कमेटी सदस्य सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।
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