ज़िला प्रशासन सभी को स्वच्छ पेयजल, प्रत्येक स्तर पर स्वच्छता सुनिश्चित बनाने के लिए कार्यरत – मनमोहन शर्मा                                                     ज़िला जल एवं स्वच्छता मिशन की बैठक आयोजित


उपायुक्त सोलन मनमोहन शर्मा ने कहा कि प्रदेश सरकार के निर्देशानुसार ज़िला प्रशासन सभी को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध करवाने एवं प्रत्येक स्तर पर स्वच्छता सुनिश्चित बनाने के लिए कार्यरत है। मनमोहन शर्मा आज यहां जल शक्ति विभाग के सौजन्य से जल जीवन मिशन के तहत ज़िला जल एवं स्वच्छता मिशन के सम्बन्ध में आयोजित एक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।


बैठक में डेंगू व डायरिया जैसे जल जनित रोगों की रोकथाम, सुरक्षित पेयजल की उपलब्धतता और साफ-सफाई को लेकर किए जा रहे कार्यों की प्रगति की समीक्षा के पर विस्तार से चर्चा की गई।
उपायुक्त ने निर्देश दिए कि जल शक्ति विभाग समय-समय पर जल स्त्रोतों का निरीक्षण व जल का परीक्षण कर आमजन को गुणवत्ता युक्त शुद्ध पेयजल उपलब्ध करवाना सुनिश्चित करें।


मनमोहन शर्मा ने कहा कि भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के सौजन्य से कार्यान्वित किए जा रहे ‘स्टॉप डायरिया-2025 अभियान’ के अंतर्गत ज़िला में सघन जागरूकता एवं स्वच्छता गतिविधियां आयोजित की गई हैं। इनके सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं। यह अभियान केन्द्रीय पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय के सहयोग से 31 जुलाई, 2025 तक आयोजित किया गया।


उन्होंने कहा कि इस अभियान के तहत ग्राम पंचायत स्तर पर लोगों, विद्यार्थियों तथा आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को स्वच्छ एवं शुद्ध जल और स्वच्छता के बारे में जागरूक किया गया। इस अभियान के तहत सोलन ज़िला के प्रत्येक शिक्षण संस्थान और प्रत्येक गांव में एक-एक जल परीक्षण फील्ड टेस्टिंग किट उपलब्ध करवाई गई है ताकि स्थानीय स्तर पर ही जल की गुणवत्ता जांची जा सके।


उन्होंने कहा कि इस एक किट के माध्यम से जल के 100 सैंपल जांचे जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि इस परीक्षण के माध्यम से जल जनित रोगों पर समय पर बेहतर नियंत्रण प्राप्त किया जा सकता है। उन्होंने निर्देश दिए कि आशा तथा आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को इस अभियान के साथ जोड़ा जाए ताकि ग्राम स्तर पर सभी जागरूक बनें और परीक्षण का कार्य शत-प्रतिशत पूर्ण हो।


उन्होंने निर्देश दिए कि डायरिया एवं अन्य जल जनित रोगों की रोकथाम के साथ-साथ शीत ऋतु के दौरान सम्बन्धित विभाग तैयारियां पूर्ण रखें ताकि समय पर चिकित्सीय एवं अन्य सहायता समय पर उपलब्ध करवाई जा सके।


उपायुक्त ने स्वास्थ्य विभाग और जल शक्ति विभाग को नियमित अंतराल पर विभिन्न पेयजल आपूर्ति भण्डारण टैंकों और पारम्परिक जल स्रोतों का निरीक्षण कर स्वच्छता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी स्वास्थ्य संस्थानों में आवश्यक दवाइयों का भण्डारण करने के निर्देश भी दिए।


बैठक में जानकारी दी गई कि जल जीवन मिशन के तहत ज़िला में 101 योजनाओं में से 85 योजनाओं का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है। शेष 16 योजनाओं का निर्माण कार्य प्रगति पर है। ज़िला में ‘हर घर जल प्रमाणीकरण’ के तहत 1624 गांव का प्रमाणीकरण किया जा चुका है। 641 शेष गांव का प्रमाणीकरण कार्य प्रगति पर है। सोलन ज़िला में विभिन्न योजनाओं के तहत 1769 निर्माण कार्यों में से 1747 कार्यों की जियो टैगिंग की जा चुकी है जबकि शेष 23 का कार्य प्रगति पर है।


इस अवसर पर जल शक्ति विभाग के अधीक्षण अभियंता संजीव सोनी, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ. शालिनी पुरी, जल शक्ति विभाग सोलन के अधिशाषी अभियंता अभिषेक राणा, जल शक्ति विभाग अर्की के अधिशाषी अभियंता विवेक कटोच, जल शक्ति विभाग बद्दी के अधिशाषी अभियंता राहुल अबरोल, जल शक्ति विभाग नालागढ़ के अधिशाषी अभियंता नीरज गुप्ता, जिला पंचायत अधिकारी जोगेन्द्र प्रकाश राणा, जल शक्ति विभाग के सहायक अभियंता, कनिष्ठ अभियंता सहित अन्य सम्बन्धित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।


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