मेरिट में आने पर चिल्ड्रन ऑफ स्टेट ने की मॉल रोड़ की सैर* *होनहार बच्चियों को पसंदीदा उपहार देकर किया सम्मानित**दसवीं की कक्षा में 90 फीसदी से अधिक अंक किए है हासिल*

सरकार ही मां सरकार ही पिता”  कर्तव्य पर आधारित मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना के तहत जिला प्रशासन शिमला ने बालिका आश्रम मशोबरा में दसवीं कक्षा की मेरिट आने पर दो चिल्ड्रन ऑफ द स्टेट को मॉल रोड़ की सैर कराई।


इस दौरान उपायुक्त अनुपम कश्यप और पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार गांधी के साथ दोनों चिल्ड्रन ऑफ स्टेट ने मॉल रोड़ की सैर की और हाई एंड कैफे में भी बच्चों ने अपनी पसंद के व्यंजनों का आनंद लिया। दोनों छात्राओं को दसवीं की परीक्षा ने बेहतरीन प्रदर्शन करने पर उनकी पसंद के उपहार देकर भी सम्मानित किया। रितिका ने कक्षा 10वीं में 640 अंक यानि 91.6 फीसदी और  रीना ने 630 अंक यानि 90 फीसदी के साथ परीक्षा उत्तीर्ण की है।  दोनों छात्राएं राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला मशोबरा में अध्ययनरत है।  


उपायुक्त ने दोनों बच्चों से बातचीत होते हुए कहा कि इसी तरह शिक्षा के क्षेत्र में बेहतरीन तरीके से अपने लक्ष्य को हासिल करते रहें। उन्होंने दोनों बच्चियों को अपने नैतिक मूल्यों और पढ़ाई को लेकर निरंतर कार्य करने की सलाह दी।  उन्होंने कहा कि मेहनत का कोई शॉर्ट कट नहीं होता है। उन्होंने अन्य बच्चों को भी मेहनत की राह पर ही लक्ष्य हासिल करने का आह्वान किया।


उपायुक्त ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू की महत्वाकांक्षी *मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना* के तहत चिल्ड्रन ऑफ स्टेट की “सरकार ही मां सरकार ही पिता है”।  प्रदेश  सरकार ‘मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना’ के तहत चिल्ड्रन ऑफ द स्टेट की पढ़ाई-लिखाई का पूरा खर्च उठा रही है, साथ ही उन्हें मासिक पॉकेट मनी भी प्रदान कर रही है। यह योजना चिल्ड्रन ऑफ द स्टेट  को संबल देने में मील का पत्थर साबित हो रही है।


उपायुक्त अनुपम कश्यप ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री ने बेसहारा बच्चों को चिल्ड्रन ऑफ द स्टेट का दर्जा देकर समाज में एक नई मिसाल पेश की है। इससे जहां पर चिल्ड्रन ऑफ द स्टेट को सुरक्षित जीवन मिल पा रहा है, वहीँ उनके जीवन में सुधार भी आना शुरू हो गया है। बच्चों के पालन पोषण में अब न तो वित्तीय चुनौती आड़े आती है और न ही समावेशी योजना।


सुख आश्रय योजना को सरकार द्वारा 28 फरवरी 2023 को अधिसूचित किया गया था। इस योजना के तहत जिला शिमला में वर्तमान में 0-27 आयु वर्ग के 581
बच्चों की पहचान कर उन्हे चिल्ड्रन ऑफ द स्टेट घोषित कर इस योजना के तहत पात्रता प्रमाण पत्र जारी किए गए हैं।


उपायुक्त ने कहा कि मुख्यमंत्री के आदेशों पर ही शिमला जिला से 22 ‘चिल्ड्रन ऑफ द स्टेट’ को हवाई यात्रा के माध्यम से गोवा, दिल्ली, आगरा, चंडीगढ़ आदि का भ्रमण करवाया गया था। जिंदगी में पहली बार चिल्ड्रन ऑफ द स्टेट ने हवाई यात्रा की है। सभी चिल्ड्रन ऑफ द स्टेट ने हवाई यात्रा का खूब आंनद लिया था।
इस मौके पर अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी ज्योति राणा और जिला कार्यक्रम अधिकारी ममता पाल भी मौजूद रहे


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