उपायुक्त सोलन मनमोहन शर्मा ने कहा कि विभिन्न रोगों की रोकथाम में जागरूकता एवं जन सहभागिता के साथ स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा समय-समय पर जारी निर्देशों का पालन महत्वपूर्ण है। मनमोहन शर्मा आज यहां ज़िला क्षय रोग निवारण समिति, डेंगू, मलेरिया तथा अन्य जल जनित रोगों से बचाव के लिए गठित ज़िला टास्क फोर्स समिति की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
उपायुक्त ने कहा कि ज़िला को क्षय रोग मुक्त बनाने के लिए सभी स्तरों पर विभिन्न विभागों के आपसी समन्वय एवं जनता के सहयोग से सक्रिय कार्य किया जा रहा है। उन्होंने निर्देश दिए कि क्षय रोग उन्मूलन के लिए स्वास्थ्य विभागों के निर्देशों के अनुसार कार्य करें और सम्भावित रोगियों की स्क्रीनिंग समयबद्ध की जाए।

उन्होंने इस अवसर पर सम्बन्धित विभागों से वर्ष 2025 के पहले छः माह में क्षय रोग की रोकथाम के बारे में सारगर्भित चर्चा की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि क्षय रोग के सम्बन्ध में लोगों को जागरूक करने के लिए शिविर आयोजित करें ताकि ज़िला को क्षय रोग मुक्त बनाया जा सके।
उपायुक्त ने बैठक में टीबी से निपटने के लिए विशेष रूप से कमजोर आबादी के मध्य एक बहु-क्षेत्रीय दृष्टिकोण अपनाने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने स्वास्थ्य, शिक्षा, समाज कल्याण, ग्रामीण विकास और पंचायती राज सहित सभी विभागों से इस दिशा में जागरूकता उत्पन्न करने, शीघ्र निदान और उपचार के पालन के लिए सक्रिय रूप से सहयोग और समर्थन देने का आग्रह किया।
बैठक में प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत निक्षय मित्रों की भूमिका पर भी चर्चा की गई।उपायुक्त ने सभी हितधारकों को टीबी से संबंधित सूचना एवं संचार तकनीक गतिविधियों का प्रभावी कार्यान्वयन सुनिश्चित करने, निजी चिकित्सकों द्वारा समय पर रिपोर्टिंग सुनिश्चित करने और निगरानी के लिए निक्षय पोर्टल जैसे डिजिटल उपकरणों के उपयोग को बढ़ावा देने के निर्देश दिए।
मनमोहन शर्मा ने कहा कि ज़िला में डेंगू से बचाव के लिए सम्भावित व प्रभावित क्षेत्रों में सफाई व्यवस्था व फोगिंग सुनिश्चित बनाई जा रही है। उन्होंने कहा कि डेंगू के कारक मच्छर की ब्रीडिंग की रोकथाम के लिए ज़िला के विभिन्न क्षेत्रों में लोगों को डेंगू से बचाव के सम्बन्ध में जागरूक किया जा रहा है।

उपायुक्त ने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिए कि समय-समय पर पानी के टैंकों की जांच करना सुनिश्चित करें और लोगों को पानी के एकत्रिकरण से होने वाले नुकसान के बारे में भी जागरूक करें। उन्होंने लोगों से अपील की है कि डेंगू रोग की रोकथाम के लिए प्रशासन का सहयोग करें और अपने आस-पास के वातावरण को साफ-सुथरा रखें।
मनमोहन शर्मा ने कहा कि वर्षा ऋतु में स्क्रब टाइफस रोग का खतरा बढ़ जाता है। स्क्रब टाइफस ओरिएंटिया त्सुत्सुगामुशी नामक बैक्टीरिया के कारण होता है। इस रोग का कारक झाड़ियों और घास वाले क्षेत्रों में पाया जाता है। उन्होंने कहा कि इस रोग से बचाव के लिए घास काटते समय सुरक्षात्मक गियर या कीट विकर्षक का उपयोग करें।
उन्होंने कहा कि बरसात के मौसम में डायरिया रोग फैलने की सम्भावना बढ़ जाती है। उन्होंने इस सम्बन्ध में सम्बन्धित विभागों को निर्देश दिए कि साफ पेयजल की आपूर्ति करना सुनिश्चित बनाएं। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को डायरिया रोग के लक्षण व बचाव के बारे में लोगों को जागरूक करने के निर्देश भी दिए।
बैठक में ज़िला में 21 अगस्त, 2025 को आयोजित किए जाने वाले राष्ट्रीय कृमि मुक्त दिवस के बारे में चर्चा की गई।
इस अवसर उपमण्डलाधिकारी कण्डाघाट गोपाल शर्मा, ज़िला चिकित्सा अधिकारी डॉ. अमित रंजन तलवार, वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक डॉ. राकेश पंवर, समस्त खण्ड चिकित्सा अधिकारी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
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