बच्चों की प्रतिभा को निखारने में शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका: राजेश धर्माणी                                                  घुमारवीं विस क्षेत्र में शुरू होंगे 4 सीबीएसई स्कूल, हटवाड़ में बनेगा राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूल                                                   भराड़ी स्कूल में क्लस्टर स्तरीय वार्षिक समारोह में बतौर मुख्यातिथि बोले तकनीकी शिक्षा मंत्री


घुमारवीं (बिलासपुर): नगर एवं ग्राम नियोजन, आवास, तकनीकी शिक्षा, व्यावसायिक एवं औद्योगिक प्रशिक्षण मंत्री राजेश धर्माणी ने कहा कि बच्चों की प्रतिभा को निखारने में शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका रहती है। उन्होंने शिक्षकों से बच्चों के संपूर्ण व्यक्तित्व विकास को केन्द्रित करते हुए गतिविधि-आधारित अधिगम, रचनात्मक कार्यक्रमों और कौशल विकास पर विशेष ध्यान देने पर बल दिया।

उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने बच्चों को बेहतर शैक्षिक वातावरण और प्रतिस्पर्धी शिक्षा प्रदान करने के लिए सरकारी स्कूलों में भी अंग्रेजी माध्यम शिक्षा की शुरुआत की है। राजेश धर्माणी आज पी.एम. श्री मुख्यमंत्री आदर्श राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला भराड़ी में आयोजित क्लस्टर स्तरीय वार्षिक समारोह में बतौर मुख्यातिथि बोल रहे थे।

इस समारोह में भराड़ी क्षेत्र के 23 विद्यालयों के लगभग 1100 विद्यार्थियों ने भाग लिया।उन्होंने कहा कि शिक्षा केवल किताबों तक सीमित नहीं है, बल्कि बच्चे पियर लर्निंग यानी साथियों के साथ मिलकर सीखने की प्रक्रिया से अधिक प्रभावी ढंग से ज्ञान अर्जित करते हैं। उन्होंने कहा कि छोटे बच्चों में प्रश्न करने की स्वाभाविक जिज्ञासा होती है, ऐसे में उनके प्रश्नों के उत्तर देकर उनकी सीखने की प्रक्रिया को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।


उन्होंने कहा कि घुमारवीं विधानसभा क्षेत्र में सीबीएसई आधारित 4 स्कूलों को मान्यता प्रदान की जा रही है, जिनमें भराड़ी स्कूल भी शामिल है। इसके अतिरिक्त हटवाड़ में राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूल स्थापित किया जा रहा है, जिसके लिए विभाग के नाम भूमि हस्तांतरित की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार के इन सभी कदमों से जहां घुमारवीं विस क्षेत्र में शिक्षा गुणवत्ता में निखार आएगा तो वहीं ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों को भी बेहतर शिक्षा हासिल करने के अवसर उपलब्ध होंगे।


राजेश धर्माणी ने कहा कि क्लस्टर स्तर पर आयोजित होने वाले इन कार्यक्रमों से छोटे स्कूली बच्चों को प्रतिभा प्रदर्शित करने का अवसर मिलता है, जो सामान्य परिस्थितियों में उन्हें आसानी से नहीं मिल पाता है। मंच पर आकर गीत, नृत्य, अभिनय, खेलकूद या अन्य गतिविधियों में भाग लेने से उनके अंदर आत्मविश्वास विकसित होता है और वह बिना झिझक स्वयं को अभिव्यक्त करना सीखते हैं।

साथ ही कहा कि क्लस्टर स्तरीय कार्यक्रमों के माध्यम से बच्चों में मित्रता, सहयोग और  प्रतिस्पर्धा की भावना को बढ़ावा मिलता है। विभिन्न स्कूलों के विद्यार्थियों के साथ बातचीत और सहभागिता से उनका सामाजिक दायरा भी बढ़ता है। उन्होंने कहा कि शिक्षकों एवं अभिभावकों के लिए इस तरह के कार्यक्रम बच्चों की क्षमताओं को पहचानने और आगे बढ़ाने में सुनहरा अवसर प्रदान करते हैं।


मुख्यातिथि ने उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को पुरस्कार वितरित किया और शिक्षा तथा सह-शैक्षणिक गतिविधियों में निरंतर उत्कृष्टता की कामना की।इससे पहले स्कूल के प्रधानाचार्य जय चंद हीर ने क्लस्टर स्तरीय वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की और विद्यालय की उपलब्धियों व विभिन्न शैक्षणिक गतिविधियों का विस्तृत विवरण दिया।


इस दौरान विभिन्न स्कूलों के विद्यार्थियों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया।इस अवसर पर कोऑपरेटिव बैंक निदेशक जगदीश शर्मा, क्षेत्र के विभिन्न विद्यालयों के मुख्याध्यापक, अभिभावक, छात्र-छात्राएं तथा गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।


Discover more from Newshimachal24

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

Leave a Reply

Discover more from Newshimachal24

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading