ऊना
प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के सफल क्रियान्वयन को लेकर अतिरिक्त उपायुक्त (एडीसी) ऊना महेंद्र पाल गुर्जर की अध्यक्षता में गुरुवार को जिला स्तरीय समन्वय समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में योजना की प्रगति की समीक्षा के साथ-साथ आगामी कार्य योजनाओं पर विस्तार से चर्चा की गई।
बैठक के दौरान एडीसी ने अवगत कराया कि जिले में सौर ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देने हेतु समन्वय समिति का गठन किया गया था। समिति द्वारा 2,000 से अधिक जनसंख्या वाले 32 गांवों का चयन कर, जनवरी से जुलाई 2025 के बीच विभिन्न मानकों के आधार पर इनका मूल्यांकन किया गया।

इसमें हरोली विकास खंड की ग्राम पंचायत सलोह अपरला (सेंसस कोड: 018721) को सौर ऊर्जा को अपनाने की संभावनाओं, स्थानीय सहभागिता तथा नवाचार के आधार पर सर्वश्रेष्ठ पाया गया।उन्होंने कहा कि सलोह अपरला को छतों पर सर्वाधिक सोलर पैनल तथा सौर स्ट्रीट लाइटों की स्थापना के लिए प्राथमिकता दी गई है। यह गांव स्वच्छ ऊर्जा को अपनाने में अग्रणी रहा है और अब इसे एक आदर्श मॉडल गांव के रूप में विकसित किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि सलोह अपरला में लगभग 1 करोड़ रुपये की लागत से सौर ऊर्जा परियोजना स्थापित की जाएगी। यह परियोजना न केवल गांव को स्वच्छ ऊर्जा उपलब्ध करवाएगी, बल्कि पर्यावरण संरक्षण, ऊर्जा बचत और नागरिकों की भागीदारी को भी प्रोत्साहित करेगी।
ये हैं परियोजना के उद्देश्य और लाभ
श्री गुर्जर ने बताया कि परियोजना का मकसद घरेलू उपभोक्ताओं को निःशुल्क सौर ऊर्जा प्रदान करना, सौर ऊर्जा आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देना और पर्यावरण अनुकूल तकनीकों को बढ़ावा देना शामिल है।
उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे योजना से जुड़े सभी कार्यों को समयबद्ध एवं पारदर्शी तरीके से क्रियान्वित करें। साथ ही, ग्रामीण जनता को भी इस योजना के लाभों के बारे में जागरूक करें ताकि अधिक से अधिक लोग सौर ऊर्जा की दिशा में कदम बढ़ा सकें।
इस मौके पर सौर ऊर्जा परियोजना अधिकारी सोहन सिंह सहित जिला समन्वय समिति के सदस्य मौजूद रहे।
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