हिमाचल प्रदेश के सभी जिलों में आज निर्धारित आपदा संबंधित मैगा मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। जिसके तहत जोगिन्दर नगर के बस्सी में पैन स्टॉक के फटने कारण हुई आपदा का परिदृश्य तैयार कर मॉक अभ्यास का आयोजन किया गया।
इस मॉक अभ्यास में पुलिस, होमगार्ड, अग्निश्मन , जल शक्ति, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, महिला एवं बाल विकास, खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले, लोक निर्माण, एचआरटीसी तथा सूचना एवं जन संपर्क विभागों के अधिकारियों व कर्मियों ने भाग लिया। जोगिन्दर नगर में आयोजित इस पूरे मैगा मॉक ड्रिल को एसडीएम जोगिन्दर नगर मनीश चौधरी की निगरानी में आयोजित किया गया।

मनीश चौधरी ने बताया कि इस मैगा मॉक ड्रिल को आयोजित करने का प्रमुख उद्देश्य जहां ऐसी आपदा से निपटने के लिए स्थानीय प्रशासन की तैयारियों को जांचना था, तो वहीं लोगों को इन आपदाओं के प्रति जागरूक करना रहा।
उन्होंने बताया कि निर्धारित टास्क के तहत जैसे ही स्थानीय प्रशासन को बस्सी में आपदा की सूचना प्राप्त हुई तो इंसीडेंट कमांडर एवं तहसीलदार जोगिन्दर नगर डॉ. मुकुल शर्मा की अगुवाई में राहत एवं बचाव कार्य हेतु टीम को मौके पर भेजा गया। इसके उपरांत प्रशासन ने सबको रेस्क्यू करने का पूर्वाभ्यास किया।

एसडीएम ने बताया कि मैगा मॉक ड्रिल के दौरान निर्धारित प्रोटोकॉल के तहत बस्सी ग्राउंड में कमांड पोस्ट, स्टेजिंग एरिया, मेडिकल कैंप स्थापित किये थे। इसके अलावा प्रभावित लोगों के लिए राहत शिविर भी लगाया गया था। उन्होंने कहा कि इस पूरे मैगा मॉक अभ्यास आयोजन का उद्देश्य ऐसी आपदा के दौरान जहां तैयारियों को जांचना था तो वहीं चलाए जाने वाले विभिन्न राहत व बचाव कार्यों का भी अभ्यास करना था।

उन्होंने कहा कि इस पूरे मैगा मॉक ड्रिल के दौरान राहत, बचाव एवं पुनर्वास कार्यों के प्रति विभिन्न विभागों के बीच आपसी समन्वय भी स्थापित करना रहा। इसके अलावा विभिन्न विभागों के पास उपलब्ध मशीनरी सहित सभी उपकरणों को भी जांचना रहा, जिनका इस तरह की आपदा के दौरान इस्तेमाल किया जा सकता है।

उन्होंने स्थानीय लोगों से भी अपील की कि इस तरह के मॉक अभ्यास से घबराएं नहीं बल्कि स्वयं को भी जागरूक करने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि ऐसी किसी प्राकृतिक आपदा में स्थानीय प्रशासन, पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधि एवं स्थानीय लोग मिलकर न केवल जान माल के नुकसान को कम कर सकते हैं बल्कि समयबद्ध राहत व बचाव कार्य शुरू करने में भी मददगार साबित हो सकते हैं।
साथ ही कहा कि भविष्य में इस तरह की कोई भी आपदा घटित होती है तो इसकी सूचना तुरंत स्थानीय प्रशासन को देना सुनिश्चित बनाएं। इस दौरान राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल की तरफ से पर्यवेक्षक इस्पेक्टर दीपक सिंह बिष्ट विशेष रूप से मौजूद रहे।
इस मॉक ड्रिल के दौरान तहसीलदार डॉ. मुकुल शर्मा के अतिरिक्त नायब तहसीलदार जोगिंदर नगर विनय राशपा, सीडीपीओ बीआर वर्मा सहित अन्य अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।