मंडी
भारतीय रिजर्व बैंक और वित्तीय सेवा विभाग द्वारा देशभर में चलाए जा रहे वित्तीय समावेशन संतृप्ति एवं री-केवाईसी अभियान के तहत मंगलवार को सुंदरनगर की महादेव पंचायत में विशेष शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में ग्रामीणों की सक्रिय भागीदारी रही और उन्हें विभिन्न वित्तीय सेवाओं व योजनाओं की जानकारी प्रदान की गई।
आरबीआई के क्षेत्रीय निदेशक अनुपम किशोर ने बताया कि यह अभियान 1 जुलाई से 30 सितम्बर तक देश के सभी पंचायतों में चलाया जा रहा है, जिसका उद्देश्य अधिक से अधिक लोगों तक वित्तीय साक्षरता, सामाजिक सुरक्षा योजनाएं, पेंशन योजनाएं, री-केवाईसी और डिजिटल सुरक्षा से जुड़ी जानकारियां पहुंचाना है।

शिविर में लगभग 130 खाताधारकों ने भाग लिया, जिनमें से 100 खातों की मौके पर ही री-केवाईसी प्रक्रिया पूर्ण की गई। इसके अलावा कई लाभार्थियों ने प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना एवं अटल पेंशन योजना में नामांकन भी कराया। अधिकारियों ने ग्रामीणों से आग्रह किया कि वे नजदीकी बैंक शाखा या बैंकिंग प्रतिनिधि से संपर्क कर इन योजनाओं का लाभ उठाएं और वित्तीय रूप से सशक्त बनें।

इस अवसर पर आरबीआई के क्षेत्रीय निदेशक अनुपम किशोर ने डिजिटल लेनदेन में सतर्कता, साइबर सुरक्षा तथा री-केवाईसी की अनिवार्यता पर विस्तारपूर्वक जानकारी दी। पीएनबी मंडी के मंडल प्रमुख सूरज दत्ता ने जनधन योजना सहित विभिन्न बीमा योजनाओं की जानकारी दी।
एसबीआई के क्षेत्रीय प्रबंधक रविंदर कुमार राणा ने री-केवाईसी की भूमिका पर बल दिया। वहीं हिमाचल प्रदेश ग्रामीण बैंक के महाप्रबंधक करमवीर सिंह शेखावत ने डिजिटल धोखाधड़ी से बचाव के उपाय बताए।

पीएनबी के अग्रणी जिला प्रबंधक चंदर प्रकाश ने सभी से सामाजिक सुरक्षा योजनाओं में नामांकन करने और समय रहते री-केवाईसी पूरी करवाने का आग्रह किया।
कार्यक्रम में आरबीआई के क्षेत्रीय निदेशक अनुपम किशोर, डीडीएम् नाबार्ड राकेश शर्मा, पीएनबी, एसबीआई, हिमाचल प्रदेश ग्रामीण बैंक एवं एचपी स्टेट को-ऑपरेटिव बैंक के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
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