किरण राही/पधर/ मंडी।
प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए उपमंडल पधर के नारला में भूस्खलन पर मेगा मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया।
इसमें उपमंडल पधर के आपदा प्रबंधन प्राधिकरण से जुड़े सभी विभागों के अधिकारी और कर्मचारियों ने भाग लिया।
उपमंडल पधर के नारला के पास
यात्री बस भूस्खलन की चपेट मे आने का काल्पनिक दृश्य दर्शाया गया।
नारला तक जाने वाली सड़क भूस्खलन के कारण ब्लॉकेज हो गई थी प्रशासन के द्वारा पीडब्ल्यूडी की जेसीबी को रोड खोलने के लिए तुरंत भेजा गया और रोड को तुरन्त खोल दिया गया।
इंसिडेंट कमांडर एवं तहसीलदार पधर डॉ भावना वर्मा की अगवाई में रेस्क्यू टीम, पुलिस, अग्निशामक की टीमें नारला में पहुंची और तुरंत घटनास्थल में बचाव राहत कार्यों में जुट गए। जिसमें लोगों को रेस्क्यू टीम के द्वारा रेस्क्यू किया गया।

रेस्क्यू टीम के द्वारा घटनास्थल के आसपास की जगह जायजा लिया गया और अन्य कोई जान माल की हानि न होने पर रेस्क्यू ऑपरेशन को समाप्त किया गया इस मौके पर सेवानिवृत्ति सेवा के जवानों , रेड क्रॉस से वालंटियर और आपदा मित्र व स्थानीय लोगों ने भी सहयोग किया जिससे प्रशासन को रेस्क्यू करने में आसानी हो सकी।
इस दौरान एसडीएम पधर सुरजीत सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि मेगा मॉक ड्रिल के दौरान निर्धारित प्रोटोकॉल के तहत पधर स्कूल के मैदान में कमांडेड पोस्ट,स्टेजिंग एरिया और सामुदायिक भवन पधर में राहत शिविर स्थापित किया गया था।
उन्होंने बताया कि इस तरह की मॉक ड्रिल करवाने का उद्देश्य आपदा की स्थिति में बचाव व राहत कार्य के संबंध में किस तरह से कदम उठाए जाने चाहिए ताकि आपदा से हुए नुकसान कम से कम किया जा सके और आपदा के दौरान प्रशासन किस तरह से कार्य कर सके तथा संबंधित अधिकारी ,कर्मचारी रेस्क्यू टीम ,पुलिस , स्वास्थ्य विभाग तथा अन्य सभी विभाग आपसी समन्वय के साथ इस आपदा के दौरान कार्य कर सकें और प्रशासन की प्रतिक्रिया और अधिक सुचारू, प्रभावी रहे जिससे आपदा से हुए जान माल की क्षति को कम किया जा सके !
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