मुख्यमंत्री सुख शिक्षा योजना पर खर्च होंगे 53 करोड़ : संजय रत्न


 विधवा, निराश्रित, परित्यक्त, विकलांग महिलाओं के बच्चों को मिलेगी मदद


विधायक ने सुखाश्रय परिसर लुथान में निर्माण कार्य का किया निरीक्षण


धर्मशाला 12 दिसंबर। विधायक संजय रतन ने कहा कि सरकार ने विधवा, निराश्रित, परित्यक्त और विकलांग महिलाओं के बच्चों की शिक्षा और कल्याण के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से ‘मुख्यमंत्री सुख शिक्षा योजना’ भी शुरू की है। इस योजना के लिए 53.21 करोड़ रुपए का बजट रखा गया है। 15,181 स्कूलों में ‘बाल पौष्टिक आहार योजना’ शुरू की गई है जिससे 5.34 लाख बच्चों को अंडे, फल जैसे अतिरिक्त पोषण का लाभ मिला वीरवार को ज्वालामुखी विधानसभा क्षेत्र के  में लुथान में परिसर में निर्माण कार्य का निरीक्षण करने के उपरांत विधायक संजय रतन ने कहा की हिमाचल प्रदेश देश का ऐसा पहला राज्य है ।

जिसमें निराश्रित बच्चों को चिल्ड्रन ऑफ स्टेट का दर्जा दिया गया है निराश्रित बच्चों की शिक्षा के साथ-साथ उनको करियर को बेहतर बनाने के लिए भी कदम उठाए जा रहे हैं मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने ईमानदारी के साथ आम जनमानस के उत्थान के लिए चुनावी वायदों को चरणबद्व तरीके से पूरा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सीएम ने अपनी सक्षम कार्यशैली और कड़े निर्णयों से मात्र दो वर्षों में मुख्यमंत्री ने सात गारंटियों को पूरा कर अपने विश्वसनीय नेतृत्व का परिचय पूरे प्रदेश की जनता को दिया है। 

उन्होंने कहा कि महिला सशक्तिकरण के साथ साथ युवाओं के लिए स्वरोजगार के साधन उपलब्ध करवाने के लिए भी सुख की सरकार ने अहम योजनाएं एवं नीतियों का निर्माण किया है। उन्होंने कहा कि आपदा के दौरान भी मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने राज्य के अपने संसाधनों के बलबूते प्रभावित परिवारों की मदद की तथा आपदा राहत मेन्युल में बदलाव करके आपदा प्रभावितों को हरसंभव मदद मुहैया करवाई है।  उन्होंने ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू के नेतृत्व में हिमाचल प्रदेश को विकास के हर क्षेत्र में आगे ले जाने के लिए कार्य किया जा रहा है।

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