अंशुल शर्मा।घुमारवीं
पांच से नौ अप्रैल तक घुमारवीं में मनाया जाने वाला राज्य स्तरीय ग्रीष्मोत्सव मेले की पहली सांस्कृतिक संध्या स्थानीय व पहाड़ी कलाकारों के नाम रही ।पहली सांस्कृतिक संस्था में मुख्य अतिथि के रूप पद्मश्री पुरस्कार विजेता हरीमन शर्मा ने शिरकत। मेला अधिकारी एसडीएम गौरव चौधरी ने मुख्य अतिथि को शॉल और स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।
पहली सांस्कृतिक संस्था स्थानीय कलाकारों सावर बल्द्धाड़ा जिला मंडी के द्धारा अपना पहला पहाड़ी लोकगीत गाकर शुरू हुई ।उसके पश्चात महिला मंडल बैरी मियां ने लोकनृत्य प्रस्तुत किया और वाहवाही लुटीं।उसके पश्चात निर्मला देवी कोलका गंढीर लोकगीत, हिडिंबा माता संगीत लोकनृत्य,पूजा मेहता गीत ,प्रिया भदरौण लोकगीत, चिंता देवी व साथी घुमारवीं ट्रैक डांस ,अंजना देवी व साथी सुहाग गीत , तेजस्वनी सुन्हाणी लोकगीत, महिला मंडल भोली लोकनृत्य, मुस्कान झंडूता लोकगीत, प्रोमिला बड़गांव लोकगीत, लक्की बरमाणा, ट्रैक डांस , अभिषेक शर्मा भगेड़ हिंदी गाना,सचिन कश्यप मंडी माणवा हिंदी व पहाड़ी गाना अनुज शर्मा दधोल लोकगीत, युवराज अमरपुर नशा निवारण के ऊपर लोकगीत ने वाहवाही लूटी।
खुशप्रीत कौर ने पंजाबी डांस कर माहौल को रोचक बनाया और उसके बाद प्रिंस कपिल ने अपने अंदाज में पंजाबी गीत ,पैग गाकर एक दम माहौल को रंगदाज बनाकर लोगों व युवाओं को नाचने पर मजबूर कर दिया। मशहूर गायक पहाड़ी गायक धीरज शर्मा ने भी समां बांध रखा और अंतिम गायक कुमार साहिल ने पंजाबी गीत गाकर माहौल को खुशनुमा बना दिया और एक से बढ़कर एक गीत गाकर सांस्कृतिक संस्था को यादगार बना दिया।
इस मौके नगर परिषद की अध्यक्षा रीता सहगल व पार्षदगण व गणमान्य लोग व काफी संख्या में लोग मौजूद रहे।
-#चल रहे कार्यक्रम में बिजली ने डाला खलल …
पहली सांस्कृतिक संध्या के पहले दिन प्रशासन की लापरवाही सामने आई और लगभग 6बजकर 50 मिनट पर लाइट ही चली गई तथा लगभग 15 मिनट बाद आई तब तक कलाकारों को इंतजार करना पड़ा ,जिससे मौजूद लोगों में हांसी का पात्र बनना पड़ा । इसके अलावा पहली सांस्कृतिक संध्या में प्रशासन भीड़ जुटाने में असफल रहा। कार्यक्रम में ज्यादातर कुर्सियां खाली रही।
