घुमारवीं
भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश मुख्य प्रवक्ता एव अधिवक्ता अजय चौहान ने प्रदेश सरकार के इशारों पर पुलिस द्वारा लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पत्रकारों पर केस दर्ज करना लोकतंत्र पर हमला करार दिया है ।
चौहान ने बताया कि विगत 13 दिसंबर को प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री सुखविंदर सिंह सुक्खू जिला शिमला के चौपाल विधानसभा के कुपवी में टिककर दौरे पर थे । जहाँ मुख्यमंत्री के डिनर मेन्यू में जंगली मुर्गे का जिक्र था और स्वयं डिनर के समय मुख्यमंत्री ने भी जंगली मुर्गे का जिक्र किया था तथा साथ में अपने साथी मंत्री तथा अधिकारिओं के लिए जंगली मुर्गा परोसने की बात कही थी ।
जिसको कई मीडिया पोर्टल ने भी चलाया था तथा अगले दिन वह खबर सभी प्रिंट मीडिया तथा राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में मुख्य खबर बनी थी । इस मामले पर इसलिए विवाद हुआ था क्योंकि जंगली मुर्गे का शिकार वर्जित है और इसे मारने पर तीन से सात साल की सजा का प्रावधान है. ऐसे में सीएम के कार्यक्रम में जंगली मुर्गो को परोसने पर सवाल उठाए गए थे क्यूंकि वाइल्ड लाइफ एक्ट में जंगली मुर्गो को सरंक्षित जानवर माना गया है।
चौहान ने बताया कि अब इस कड़ी में प्रदेश के छ: लोगों पर केस दर्ज कर दिया है । उन्होंने कहा कि यह प्रदेश के अंदर कोई पहली घटना नहीं है जब प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने मीडिया पोर्टल और पत्रकारों पर केस दर्ज करवाए हैं इससे पहले भी धर्मशाला के पत्रकार पर केस दर्ज हुआ था। मीडिया कर्मी सरकार और समाज के बीच सेतू का करते हैं करते हैं और समय समय पर समाज और आम जनमानस के मुद्दों को उठाते हैं और सरकार तक पहुँचाने का काम करते हैं लेकिन जिस प्रकार से आए दिन मीडिया कर्मी और पत्रकारों पर केस दर्ज हो रहे हैं उससे सरकार के मीडिया के प्रति मानसिक दृष्टिकोण का पता चल रहा है जिसकी वह घोर निंदा करते हैं ।
अजय चौहान ने कहा कि प्रदेश में आपराधिक मामलों और नशे में दिन प्रतिदिन बढ़ोतरी हो रही है उनको पकड़ने और केस करने की बजाय सरकार मीडिया कर्मियों पर केस दर्ज करने में व्यस्त है । उन्होंने कहा कि सरकार को यह केस तुरंत प्रभाव से वापिस लेने चाहिए ।