खुड्डी देवी और हरदेव के श***व अभी भी मलबे में दबे हैं ।
किरण राही/पधर (मंडी)।
चौहारघाटी के राजबन गांव में स्थिती सामान्य होने का नाम नहीं ले रही है। सोमवार को दोबारा खोजी कूतों की मदद से ला**पता लोगों को ढूंढने का अभियान चलाया गया। एनडीआरएफ की टीम मलबे को छान छान कर खंगाल रही है। खुड्डी देवी और हरदेव के श**व अभी भी मलबे के नीचे दबे हैं।
दिन भर खोज अभियान चलाने के बावजूद कुछ हाथ नहीं लगा। जिस घर में हरदेव रात को मेहमान रूका था वहां से तमाम शव बरामद हो चुके हैं। खुड्डी देवी की दोती अनामिका का श**व मिल गया है जबकि उसका शव अभी भी मलबे में दबा पड़ा है। एनडीआरएफ की टीम ने तीनों घरों का पूरा मलबा खंगाल दिया है।
खोजी कूतों की लोकेशन पर खुदाई की गई। मलबे से मेंढक और अन्य जीव मृत मिले। कुतों की लोकशन पर अभियान को नए सिरे से नीचे नाले से शुरू किया गया है। मलबे की खुदाई को गांव की तरफ बढ़ाया जा रहा है। अंदेशा जताया जा रहा है कि शव मलवे से नीचे नाले तक न आए हों। रोजाना कोई न कोई श**व मिलता रहा।
हादसे के छठे दिन कड़ी मशक्कत करने के बावजूद सर्च टीम को बेरंग वापिस लौटना पड़ा। उपायुक्त मंडी अर्पूव देवगन सोमवार को दोचारा राजबन गांव पहुंचे। उन्होंने रेस्क्यू अभियान को लेकर एनडीआरएफ के टीम लीडर नीरज भारती से पूरी जानकारी ली। उन्होंने कहा कि जब तक दोनों श**व नहीं मिल जाते, रेस्क्यू जारी रहेगा।
एसडीएम पधर भावना वर्मा घटना के दिन से ही राजबन गांव में स्थिती संभाले हुए है। राजबन गांव में अभी भी सनाटा पसरा हुआ है। अपने लोग लगातार प्रभावितों का दुख सांझा करने गांव पहुंच रहे हैं। हर हाथ लोगों की मद्द को उठ रहे हैं। प्रभावित परिवारों ने एनडीआरएफ की टीम पर पूरी उम्मीदें छोड़ दी है। वह अभी भी श**वों के मिलने का इंतजार कर रहे हैं। गांव में बिजली पानी की आपूर्ती बहाल कर दी है। सर्च अभियान 6.30 बजे स्टाप किया गया।