विपुल गुप्ता, सुजानपुर, न्यूज़ हिमाचल 24
सुजानपुर के पूर्व विधायक राजेंद्र राणा ने हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर तीखे आरोप लगाते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री सुक्खू की अगुवाई वाली सरकार ने राज्य का खाली खजाना भरने के लिए जनता को निशाना बनाया है। यहां जारी एक बयान में राजेंद्र राणा ने कहा कि सरकार ने पुलिस को गाड़ियों के चालान करने की खुली छूट दे दी है जिससे प्रदेश में अराजकता का माहौल बन गया है।
*घर में खड़ी गाड़ियों के भी हो रहे हैं चालान*
राजेंद्र राणा ने आरोप लगाया कि पुलिस को यह स्पष्ट आदेश दिए गए हैं कि अधिक से अधिक गाड़ियों के चालान किए जाएं, भले ही वे घर में खड़ी क्यों न हों। उन्होंने कहा, “नाजायज तरीके से लोगों को परेशान किया जा रहा है। चालान काटने का अभियान चलाकर प्रदेश की जनता पर आर्थिक बोझ डाला जा रहा है। यह जनता के साथ अन्याय है।”
*बिजली और पानी के बिलों में भारी बढ़ोतरी*
राणा ने यह भी कहा कि सरकार ने बिजली के दाम बढ़ाए बिना बिलों को दोगुना कर दिया है। उन्होंने बताया कि जिनका बिजली का बिल ₹500-₹700 तक आता था, वह अब ₹1200 से ऊपर हो गया है। जिनका बिल पहले ₹2000-₹2500 था, वे अब ₹5000 का भुगतान करने को मजबूर हैं। पानी के बिलों में भी इसी तरह भारी बढ़ोतरी की गई है।
*सुक्खू सरकार ने खजाना लुटाया, अब जनता की जेब काट रही*
पूर्व विधायक ने आरोप लगाया कि सुक्खू सरकार ने प्रदेश का खजाना अपने करीबी मित्रों में लुटा दिया है। अब इसे भरने के लिए आम आदमी की जेब काटी जा रही है। उन्होंने सरकार के इस रवैये को ‘चालान टैक्स अभियान’ करार देते हुए कहा कि सरकार की इन नीतियों से प्रदेश की जनता परेशान है और उनके लिए रोजमर्रा की जिंदगी कठिन होती जा रही है।
*’प्रदेश में अराजकता का माहौल*
राजेंद्र राणा ने कहा कि सरकार की इन नीतियों के कारण प्रदेश में अराजकता जैसा माहौल बन गया है। जनता पर आर्थिक बोझ डालकर सरकार अपनी विफलताओं को छिपाने की कोशिश कर रही है। चालान और बढ़े हुए बिलों की मार से जनता त्रस्त है। उन्होंने कहा कि सरकार के इस तानाशाही रवैये को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता और इसका खामयाजा सरकार को जनता के गुस्से के रूप में भुगतना पड़ेगा।