खंड स्वास्थ्य शिक्षक ज्वालामुखी सुरेश चंदेल ने दी विस्तृत जानकारी
मिलाप कौशल खुंडियां
स्वास्थ्य खंड ज्वालामुखी के अंतर्गत आने वाले राजकीय उच्च माध्यमिक पाठशाला डोल में खण्ड चिकित्सा अधिकारी ज्वालामुखी डॉ संजय बजाज के आदेशानुसार स्कूल के मुख्याध्यापक सतिन्दर भूषण की अध्यक्षता में किशोर स्वास्थ्य एवं कल्याण दिवस मनाया गया। इस दिवस पर खंड स्वास्थ्य शिक्षक ज्वालामुखी सुरेश चन्देल ने स्कूल के बच्चों को किशोरावस्था में होने वाले शारीरिक , मानसिक, सामाजिक और भावनात्मक परिवर्तन के बारे में विस्तार पूर्वक बताया।
चन्देल ने कहा कि किशोरावस्था संवेदनशील अवस्था होती है इस अवस्था मे बच्चा अच्छे की तरफ भी जाता है और बुरे की तरफ भी । उन्होंने कहा कि जो बच्चे अच्छी संगत करते है वह उच्च स्थान पर पहुँच जाते है और जो बुरी संगत करते है वह अपराधी भी बन जाते है। चन्देल ने बताया कि ज्यादातर युवा आज बुरी संगत में जाकर नशे के शिकारी हो रहे है । चाहे वह नशा बीड़ी, सिगरेट, शराब,भांग, गुटका खैनी , चिटा, दवाइयों के माध्यम से, या इंजेक्शन के माध्यम से नशा करने की बात हो आज के 80 प्रतिशत से ज्यादा युवा नशे के चपेट में आ गए है।
और नशा करने वाले व्यक्तियों को ज्यादातर मुँह का कैंसर, फेफड़ों का कैंसर,लिवर का कैंसर, हृदय रोग अधिक मात्रा में होता है। उन्होंने बताया कि जो आए दिन अपराध, बलात्कार, दुर्घटनाएं, चोरियां बढ़ रही है वह सब नशे के शिकारी लोग कर रहे है।क्योंकि नशा करने से उनका दिमाग स्थिर नही होता। चन्देल ने बच्चों को संतुलित आहार लेने की सलाह दी। क्योंकि किशोरावस्था में शारीरिक और मानसिक विकास तेजी से होने पर युवाओं को सन्तुलित भोजन की जरूरत होती है जिसमे विभिन्न प्रकार के पोषक तत्त्व हो।
ताकि शारीरिक रूप से स्वास्थ रहे। उन्होंने बताया कि किशोरावस्था मे बच्चे आवश्यकता से कम पोषण लेने के कारण बच्चे में कुपोषण, कम बजन, खून की कमी अधिक मात्रा में पाई जा रही है। इस दिवस पर स्कूल के बच्चों की भाषण प्रतियोगिता भी करवाई गई जिसमें प्रथम स्थान पर अक्षरा , द्वितीय स्थान पर कोमल व तृतीय स्थान पर अरुनव और वंशिका रही।
भाषण प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सभी प्रतियोगियों को स्वास्थ्य विभाग की तरफ से ईनाम भी दिए गए।इस दिवस पर बच्चों को टीबी मुक्त भारत 100 डेज कैंपेन को सफल बनाने के लिए लोगो को जागरूक करने की सलाह दी। उन्होंने बताया कि यदि किसी व्यक्ति को दो सप्ताह से अधिक समय से खांसी है, शांम के समय बुखार आए शरीर मे पसीना पड़े, अचानक बजन कम हो, छाती दर्द हो, बलगम के साथ खून आए तो टीबी हो सकती है इसके लिए अस्पताल में जाकर बलगम का टेस्ट, छाती का एक्स रे, सीबी नाट, ट्रू नाट टेस्ट करवाकर यदि क्षय रोग हो तो डॉट्स की दवाई खाए, जिससे बिल्कुल ठीक हो जाते है, टीबी की बीमारी के लिए टेस्ट, दवाईयां फ्री मिलती है और टीबी मरीज को निक्षय पोषण योजना के अंतर्गत हर महीने 1000 रुपये मरीज के एकाउंट में उनके पोषण के स्तर को अच्छा करने के लिए सरकार देती है।
लोगो को इसके बारे में जागरूक करने की सलाह दी। और इस अवसर पर बच्चों और अध्यापकों को टीबी मुक्त निक्षय शपत भी दिलाई गई।इस दिवस पर स्कूल के मुख्याध्यापक सतिन्दर भूषण ने बच्चों को नशे से दूर रहने औऱ नशे के दुष्प्रभावो के बारे में अन्य लोगो को भी जागरूक करने की सलाह दी। तथा सन्तुलित आहार लेकर अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखने की सलाह दी। इस अवसर पर स्कूल के अध्यापक पवन कुमार,हेम राज,सचिन ,रवि कुमार, राजेन्द्र कुमार,संदीप कुमार,हेम राज, मंजू,सल्पना, आशा कार्यकर्ता सुनीता कुमारी, अंजना, राखी, इलमा और 72 बच्चे उपस्थित रहे।