विपुल गुप्ता, सुजानपुर, न्यूज़ हिमाचल 24
सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष राजेन्द्र वर्मा ने पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कहा है कि यहां आयोजित भारतीय सेना दिवस सुजानपुर भाजपा की फूट को उजागर कर गया । इस अवसर पर जहाँ भाजपा नेता अपने अपने वर्चस्व की जंग लड़ते दिखे वहीं एक दूसरे को नीचा दिखाने में भी पीछे नहीं रहे। पूर्व केंद्रीय मंत्री पत्रकारों के साथ बातचीत में यह कहते हुए दिखे कि “मेरे दादा फ़ौजी, मेरे परदादा फ़ौजी और मैं टेरीटोरियल आर्मी का कप्तान “, तथा अपने भाषण के अंत में यह कहना कि “मैं यहाँ का कप्तान” के कई मायने निकलते हैं ।
एक व्यक्ति के राजनीतिक मकसद को लेकर काम कर रही संस्था द्वारा आयोजित यह कार्यक्रम भाजपा के प्रदेश स्तरीय कार्यक्रम के रूप में तब्दील होते हुए तब दिखा जब प्रदेश के हर कोने से विधायक, पूर्व विधायक, पूर्व मंत्री व पूर्व मुख्यमंत्री व भाजपा कार्यकर्ता कार्यक्रम में पहुँचे और फिर वहाँ मेरा नेता बल्ले बल्ले बाक़ी सारे थल्ले थल्ले के नारे दोनों तरफ़ से ख़ूब लगे।
पूर्व केंद्रीय मंत्री का कार्यक्रम को मँझधार में छोड़कर जाना और पंडाल का ख़ाली हो जाना, कई सवाल पैदा कर गया । “तू इक सेर तो मैं दो सेर” की तर्ज़ पर अब “अटल प्रेम”। अटल जी के लिए अदम्य प्रेम अब ही क्यों उमड़ा ?
कहा कि मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू के “सुजानपुर प्रेम” के आगे सभी धराशाही है। मुख्यमंत्री ने यहां विकास कार्यों की जो झड़ी लगा के रखी है वही विपक्ष की परेशानी का सबब है। अभी तो माह के अंत में सुजानपुर क्षेत्र के प्रस्तावित दौरे में मुख्यमंत्री और कई सौगातें देने वाले हैं।
वास्तविकता यह है कि जब से सुजानपुर से एक आम आदमी, भूतपूर्व सैनिक विधानसभा पहुँचा है, की बढ़ती पैठ विरोधियों को चैन से सोने नहीं दे रही। तभी तो पूर्व विधायक लोकप्रिय मुख्यमंत्री के विरोध में अक्सर अनर्गल बयानबाज़ी करते हुए दिखते हैं। पूर्व मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के दिमाग़ में मुख्यमंत्री सुक्खू की लोकप्रियता का डर जो बैठा है वो नेता विपक्ष की भूमिका अदा ही नहीं करने देता बल्कि आए दिन मुख्यमंत्री को कोसते रहते हैं।