Donald Trump action on Harvard University: संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने विश्व विख्यात हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. अमेरिकी सरकार ने फेडरल एजेंसियों के एक पत्र भेजा है. इस पत्र के मुताबिक, सरकार हार्वर्ड यूनिवर्सिटी यूनिवर्सिटी के साथ बचे हुए $100 मिलियन के फेडरल कॉन्ट्रैक्ट्स को कैंसि करने की योजना बना रही है. इसके अलावा एजेंसियों से यह भी कहा गया है कि वे भविष्य के लिए ऑप्शन के तौर पर वैकल्पिक वेंडर्स को ढूंढे, जो हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के खिलाफ सरकार की लेटेस्ट कार्रवाई का हिस्सा है.
ट्रंप सरकार ने पत्र में कहा है कि अब आगे बढ़ते हुए हम आपकी एजेंसी को भविष्य की सेवाओं के लिए वैकल्पिक वेंडर्स की तलाश करें, जहां आपने पहले इसके लिए हार्वर्ड यूनिवर्सिटी को चुना था.
द न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, इस पत्र में यह भी कहा गया कि यह सरकार और हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के बीच के लंबे समय से चले आ रहे व्यापारिक संबंधों का पूर्ण अलगाव है. इसके अलावा अमेरिकी फेडरल एजेंसियों को 6 जून से पहले कॉन्ट्रैक्ट रद्द करने की लिस्ट के मुताबिक रेस्पॉन्ड करने के लिए कहा गया है.
ट्रंप सरकार ने हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के विदेशी छात्रों के नामांकन करने के अधिकार पर लगाई रोक
इसके अलावा ट्रंप सरकार ने गुरुवार को हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के अंतरराष्ट्रीय छात्रों को नामांकित करने के अधिकार पर भी रोक लगा दी है. अमेरिकी प्रशासन ने कहा कि यूनिवर्सिटी के खिलाफ यह कदम एक चल रही जांच की वजह से उठाया गया है, जिसे अमेरिका के डिपार्टमेंट ऑफ होमलैंड सिक्योरिटी की ओर से किया जा रहा है. इसके अलावा डिपार्टमेंट ऑफ होमलैंड सिक्योरिटी की सचिव क्रिस्टी नोएम की ओर से हार्वर्ड यूनिवर्सिटी को एक पत्र भी भेजा गया है.
हालांकि, हार्वर्ड यूनिवर्सिटी को भेजे गए पत्र में इस बात का जिक्र किया गया था कि अगर यूनिवर्सिटी अगले एकेडमिक सेशन से पहले स्टूडेंट एंड एक्सचेंज विजिटर प्रोग्राम सर्टिफिकेशन को वापस हासिल करना चाहता है, तो उसे 72 घंटों के भीतर सभी जरूरी जानकारियों को देना होगा.