दिल्ली में कौन-कौन सी जगहें हैं, जहां जा सकती है जान! संभलकर चलाएं कार-बाइक

[ad_1]

Delhi Dark Spots: दिल्ली में सड़क हादसों की बढ़ती संख्या को देखते हुए ट्रैफिक पुलिस ने इस साल राष्ट्रीय राजधानी में 78 ‘डार्क स्पॉट्स’ की पहचान की है. ‘डार्क स्पॉट्स’ यानी जिन जगहों पर हादसा होने का खतरा संभावित तौर पर ज्यादा है. इनमें से कुछ पुराने स्थान जैसे धौला कुआं, आश्रम चौक, रिंग रोड, मायापुरी चौक और पीरागढ़ी चौक इस साल भी सूची में शामिल हैं. 

वहीं यशोभूमि सेंटर के पास अर्बन एक्सटेंशन रोड (UER-3) और हमदर्द नगर जैसी कुछ नई जगहों को भी पहली बार इस लिस्ट में जोड़ा गया है. इनमें से 43 ब्लैकस्पॉट्स ट्रैफिक जोन-2 में आते हैं, जो दक्षिण, पश्चिम और नई दिल्ली क्षेत्रों को कवर करता है, जबकि 35 ब्लैकस्पॉट्स ट्रैफिक जोन-1 के अंतर्गत आते हैं, जिसमें केंद्रीय, पूर्वी और उत्तरी क्षेत्र शामिल हैं.

किस आधार पर जगहों को बनाया गया ‘डार्क स्पॉट्स’?
ट्रैफिक पुलिस के अनुसार किसी सड़क के 500 मीटर के हिस्से में सालभर में कम से कम पांच हादसे (जिनमें से तीन घातक हों) होने पर उसे ‘ब्लैकस्पॉट’ माना जाता है. इस आधार पर जिन जगहों को सबसे अधिक खतरनाक बताया गया है, उनमें सराय काले खां, राजोकरी फ्लाईओवर, यशोभूमि कन्वेंशन सेंटर, आश्रम चौक, द्वारका सेक्टर 23 और जखीरा फ्लाईओवर जैसे क्षेत्र शामिल हैं. अकेले 2024-25 (मई तक) के बीच इन डार्क स्पॉट्स पर 371 सड़क हादसे दर्ज किए गए, जिनमें से 145 हादसे जानलेवा रहे. ट्रैफिक जोन-2 में अकेले 2024 में कुल 1013 सड़क दुर्घटनाएं दर्ज हुईं.

इन जगहों पर है सबसे ज्यादा खतरा
कुछ मुख्य ब्लैकस्पॉट्स की बात करें तो सराय काले खां में 20, राजोकरी फ्लाईओवर पर 16, यशोभूमि के पास UER-3 सड़क पर 12, आश्रम चौक पर 14, अंबेडकर चौक (बेगमपुर) पर 13, मायापुरी चौक और राजौरी गार्डन पर 12-12, कुतुबगढ़ रोड पर 12, जखीरा फ्लाईओवर पर 11, पुल प्रह्लादपुर (रेड लाइट) पर 10, उत्तम नगर और हमदर्द नगर (रेड लाइट) पर 10-10, धौला कुआं और गोविंदपुरी मेट्रो स्टेशन के पास 8-8 हादसे हुए. इन क्षेत्रों में दुर्घटनाओं की पुनरावृत्ति को देखते हुए ट्रैफिक पुलिस ने संबंधित डीसीपी को पत्र लिखकर वहां सुरक्षा उपाय तेज करने के निर्देश दिए हैं.

सड़क सुरक्षा को लेकर विशेष आयुक्त (ट्रैफिक) एस.एस. चौहान ने बताया कि अब हर महीने सड़क सुरक्षा ऑडिट कराए जाएंगे और लोक निर्माण विभाग, एनएचएआई जैसी एजेंसियों के साथ मिलकर ब्लैकस्पॉट्स की समीक्षा की जाएगी. उन्होंने बताया कि नई दिल्ली रेंज में 2024 में 70 और 2025 (मई तक) में 71 घातक दुर्घटनाएं हुईं.

वहीं दक्षिणी रेंज में 2024 में 73 और 2025 में 64 हादसे हुए. पश्चिमी रेंज में 2024 में 96 और 2025 में 111 सड़क हादसे दर्ज किए गए. ट्रैफिक ज़ोन-2 में 2025 (मई तक) कुल 942 दुर्घटनाएं हुई हैं. इसके अलावा NH24 और NH9 पर भी 2025 में तीन-तीन जानलेवा हादसे हुए. ऐसे में वाहन चालकों से अपील की गई है कि वे इन क्षेत्रों में विशेष सावधानी बरतें.

[ad_2]

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *