पठानकोट पुलिस ने एटीएम की अदला-बदली कर हजारों लोगों से ठगी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का किया भंडाफोड़
पठानकोट, ( राजीव सैनी)
एक बड़ी सफलता में, पठानकोट पुलिस ने एक अंतर-राज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जो लोगों को एटीएम से पैसे निकालने की मदद का झांसा देकर हजारों लोगों के एटीएम कार्ड की अदला बदली कर लेते थे। पठानकोट पुलिस ने इनके पास से 66 एटीएम कार्ड, 19000 रुपए, एक स्वाइप मशीन और एसयूवी कार बरामद की है।

गिरफ्तार आरोपियों की पहचान हरियाणा के हिसार निवासी रमेश कुमार, परीन और सिकंदर के रूप में हुई है।
इस प्रेस वार्ता में एसएसपी पठानकोट हरकमलप्रीत सिंह खख ने कहा कि एटीएम कार्ड धोखाधड़ी की घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए एक विशेष अभियान ‘साइबर सुरक्षा’ शुरू किया गया है, जिसके तहत ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए पूरे उपाय किए गए हैं।
एसएसपी ने कहा कि गिरोह के सदस्य उत्तर भारत के विभिन्न राज्यों में चार पहिया वाहनों में यात्रा करते थे और उन एटीएम बूथों को निशाना बनाते थे जहां सुरक्षा गार्ड तैनात नहीं होते है। इस गिरोह का भंडाफोड़ करने के लिए सभी पुलिस अधिकारियों को विशेष निर्देश दिए गए थे।.
एसएसपी ने बताया कि 8 अगस्त को कांता देवी की ओर से शिकायत मिली थी, जिसमें उन्होंने कहा था कि वह अपनी बेटी के साथ सरना स्टेशन स्थित एटीएम से 2000 रुपये निकालने गई थीं।
उसकी बेटी जब एटीएम से पैसे निकालने गई तो कुछ लोगों ने मदद का झांसा देकर उसका कार्ड बदल दिया। एटीएम से बाहर आने के बाद मेरी बेटी ने देखा कि कार्ड पर रजनी देवी का नाम लिखा हुआ है।
हमने देखा कि हमारे बाद एटीएम में घुसने वाले लोग मारुति अर्टिगा एसयूवी कार नंबर (एचआर61डी8358)) लेकर भाग गए है।
कांता देवी ने आगे कहा कि कुछ समय बाद मेरी बेटी के मोबाइल नंबर पर 75,000 रुपये का लेनदेन और एटीएम से 38000 रुपये निकालने का मैसेज आया था।
एसएसपी खख ने बताया कि शिकायत पर तत्काल कार्रवाई करते हुए पुलिस टीम मौके पर पहुंची और शहर में कई जगहों से सीसीटीवी फुटेज चैक की गई थी। सूचना मिलने के बाद आरोपी को पकड़ने के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया था।
उन्होंने कहा कि सीआईए स्टाफ पठानकोट और थाना सदर पठानकोट की संयुक्त टीम ने कोटली नाहर में चेकिंग प्वाइंट पर संदिग्ध मारुति अर्टिगा कार को रोका था और तलाशी के दौरान कार सवारों के पास से 66 एटीएम कार्ड, एक स्वाइप मशीन और 19000 रूपये नकदी बरामद की गई है।
एसएसपी खख ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों ने शुरुआती जांच में खुलासा किया है कि वे बिना गार्ड वाले एटीएम को निशाना बनाते थे और एटीएम से पैसे निकालने के बहाने लोगों के एटीएम कार्ड बदल देते थे। आरोपी तुरंत स्वाइप मशीन से पैसे निकाल लेते थे या अलग-अलग जगहों पर जाकर एटीएम से पैसे निकाल लेते थे।
एसएसपी ने कहा कि गिरफ्तार आरोपियों ने खुलासा किया कि वे पिछले 2-3 साल से लोगों को ठग रहे थे और पहले एटीएम से पैसे निकालते थे लेकिन अब उन्होंने हरियाणा निवासी परवीन कुमार से हाथ मिला लिया था, जिन्होंने उन्हें स्वाइप मशीन मुहैया कराई थी और लूटा हुआ पैसा 60:40 के अनुपात में बांटा गया था।
प्राथमिक जांच में पुलिस ने पाया कि आरोपी ने इस स्वाइप मशीन से 2.31 लाख रुपये का लेन-देन किया और एक ही दिन में एटीएम से हजारों रुपये निकाले थे।
एसएसपी खख ने कहा कि अधिक जानकारी एकत्र करने के लिए विस्तृत जांच की जाएगी। एसएसपी ने और जानकारी देते हुए कहा कि आरोपियों ने स्वीकार किया कि उन्होंने पिछले दो वर्षों में लाखों रुपये एकत्र किए और इसका इस्तेमाल अपनी एक बहन की शादी और बाकी पैसे का इस्तेमाल अच्छा जीवन जीने के लिए किया था। इसके अलावा वे अलग-अलग इलाकों में जाने के लिए एसयूवी कार का प्रतिदिन 2000 रुपये किराया देते थे।
एसएसपी ने कहा कि गिरफ्तार आरोपियों को मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा और उनके अन्य साथियों को गिरफ्तार किया जाएगा।