किरण /पधर (मंडी)।
चौहारघाटी में पांच वर्ष के उपरांत हुरंग गांव में आयोजित होने वाला तीन दिवसीय काहिका उत्सव धूमधाम के साथ संपन्न हो गया।
उत्सव में देव हुरंग नारायण, देव कडोंनी नारायण, देव पशाकोट घाटी वजीर, देव पेखरू गहरी, देव द्रुण गहरी, देव त्रेलू गहरी, छुछल गहरी, देव कपलधार ऋषि, देव शीलहगहरी ने भाग लिया।
सभी देवताओं के सर्वप्रथम चारवेद के नीचे नरवेदी पंडितों के हाथों छिद्रा हुआ। शुक्रवार को दिन भर हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने नरवेदी पंडितों के हाथों पापों से मुक्ति करवाने को काहिका में छिद्रा करवाया।
कहिका उत्सव में हजारों की संख्या में लोंगों ने भाग लिया। सांय करीब चार बजे सभी देवता हुरंग नारायण में पहुंचे। यहां लोगों ने लगभग दो घण्टे तक देवताओं के साथ नाटी डाली।
कहिका में नड़ पवन कुमार ने मुख्य किरदार की भूमिका निभाई। सभी देवताओं के मुख्यों ने काहिका रश्म को निभाते हुए संपन्न बेला में नड़ परिवार का सहयोग किया।
नड़ परिवार के सभी सदस्य काहिका रश्म को निभाने के लिए देव हुरंग नारायण सहित सभी देवताओं के पास पहुंचे। देव नारायण सहित सभी देवताओं ने नड़ परिवार को काहिका की रश्म को पूरा करने का आशीर्वाद दिया।
नड़ पवन एकाएक देव शक्ति से मृत देह को चले गए। उनकी शव यात्रा की परिक्रमा पूरे हुरंग गांव में करवाई गई। नड़ पवन को देव हुरंग नारायण के बड़ा गुर शुंकु राम ने कान के पीछे आवाज लगाई, उठ पवना देऊ आइरा।
लगभग 15 मिनट का समय बीत जाने पर पवन जीवित देह में आते हैं। इस दौरान पूरा हुरंग गांव जयकारों से गूंज उठा। नड़ परिवार के सभी सदस्यों ने उपस्थित सभी देवताओं से आशीर्वाद लिया।
हुरंग काहिका समाप्त हुआ। सभी देवताओं ने देव मिलन किया। देव हुरंग नारायण से आशीर्वाद लेते ही सभी देवता अपने मंदिरों को लौट गए।
पूर्व विधायक वरिष्ठ पूर्व मंत्री कौल सिंह ठाकुर, स्थानीय विधायक जवाहर ठाकुर सहित भाजपा कांग्रेस के नेताओं ने उत्सव में शिरकत की और देवताओं से आशीर्वाद लिया।