अंकुश वशिष्ट/हरिपुर
इस बार रक्षाबंधन 11 अगस्त को है कि 12 अगस्त को इस बात को लेकर लोगों में संशय बना हुआ है। सभी बहनों के मन में इस बात को लेकर असमंजस है कि वह अपने भाइयों को राखी कब बांधे।
इस बात को लेकर पैदा हुए संशय को पंडित अंकुश अवस्थी ने दूर किया है। पंडित अंकुश अवस्थी ने कहा कि इस बार राखी का त्यौहार 12 अगस्त को मनाया जाएगा।
उन्होंने बताया कि 12 अगस्त शुक्रवार को सूर्योदय (जिला कांगड़ा) प्रातः 05.51 से प्रातः 07.05 तक शुभ समय है। पंडित अंकुश अवस्थी ने बताया कि 11 अगस्त को पूर्णिमा है लेकिन इस दिन पूरा दिन भद्रा दोष व्यापत रहेगा। लिहाजा इसके चलते कोई भी मांगलिक कार्य वर्जित रहता है।
उन्होंने बताया कि पौराणिक कथा के अनुसार रावण की बहन शूर्पणखा ने भद्रा काल में ही रावण को राखी बांधी थी तथा रावण का एक साल में ही सर्वनाश हो गया था।
पुराणों में उल्लेख है कि अगर शूर्पनखा ने रावण को भद्रा काल में राखी नहीं बांधी होती तो कोई भी रावण के ऊपर जीत हासिल नहीं कर सकता था। भद्रा शनिदेव की बहन थी।
भद्रा को ब्रह्मा जी से श्राप मिला था कि जो भद्रा काल में मांगलिक व शुभ कार्य करेगा उसका परिणाम अशुभ ही होगा। अतः सभी बहने 12 अगस्त को उदयव्यापिनी पूर्णिमा में प्रातः 07.05 तक अपने भाइयों को राखी बांधे।