ब्यूरो।बिलासपुर।
प्रदेश भर में सड़क हादसों का सिलसिला जारी है और हादसों से सबक न लेते हुए मालवाहक वाहनों में सवारियां ढोने का सिलसिला आम देखा जा सकता है।
लेकिन जब पढ़े लिखे लोग ही सरकार के नियमों को ठेंगा दिखाने लग जाएं तो कानून की पालना किस तरह होगी यह सवाल उठना लाजिमी है। ऐसा ही वाक्या देखने को मिला
बिलासपुर जिले के बरठीं में कस्बे में जहां स्कूल में टूर्नामेंट खत्म होने के बाद वच्चों को खुली ट्राला जीप में ले जाया गया। इस पूरे वाक्या का वीडियो बनाकर मीडिया को भेजा गया। जबकि एकाएक इसकी शिकायत पुलिस उप अधीक्षक को की गई।
बरठीं स्कूल में तीन दिवसीय खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन हुआ। इस आयोजन में बिभिन्न स्कूलों के बच्चे भाग लेने आये थे। सोमवार को खेल प्रतियोगिता का समापन हुआ और वच्चों को बापिस ले जाने की जिमेवारी स्कूल प्रबंधन की थी।
लेकिन बरठीं से तलाई की तरफ जाने वाले करीब 20 बच्चों को मालवाहक ट्राला जीप में बैठा दिया गया। बच्चे जीत के जश्न में नारे लगाते हुए जाने लगे कई बच्चे जीप के ऊपर पाइपों पर बैठ गए।
ऐसे में वहां मौजूद लोगों ने स्कूल की तरफ से बच्चों के साथ आये अध्यापक की लापरवाही की वीडियो बना डाली।लोगों का कहना है कि सरकार की तरफ से बच्चों को लाने व ले जाने के लिए किराया उपलब्ध करवाया जाता है। बच्चों को सही सलामत लाने व ले जाने की जिमेवारी बच्चों के साथ आये अध्यापक की रहती है। ऐसे में बच्चों को ट्राला जीप में भरकर ले जाना सोचनीय विषय है।
जीत का जश्न मनाते हुए जा रहे इन बच्चों के साथ अगर कोई हादसा हो जाता तो इसका जिम्मेवार कौन होता। सरकार पहले ही सड़क हादसों को लेकर कड़ा रुख अपना चुकी है और हर तरह से सड़क हादसों पर अंकुश लगाने के लिए सरकार को तरफ से जरूरी कदम ऊठाये जा रहे है।
ऐसे में स्कूली बच्चों को मालवाहक जीप में बैठाकर ले जाना सरकार के आदेशों की खुले तौर पर अवहेलना है।इस बारे में लोगों ने कहा अब देखना ये बाकि है की विभागीय अधिकारी इस मामले पर क्या संज्ञान लेते हैं I
उधर इस सम्बंध में शिकायत मिलते ही पुलिस उप अधीक्षक ने तलाई थाना में फोन कर जीप को पकड़ने व कानूनी कार्यवाही करने के आदेश दे दिए।उधर उच्च शिक्षा उपनिदेशक राजकुमार ने कहा कि इस तरह के मामला सामने आया तो जांच की जाएगी। इसके अलावा वच्चों संग आये अध्यापक व स्कूल प्रधानाचार्य से जबाब तलब किया जाएगा।उसके बाद ही आगे की कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।