शुभम ठाकुर/बिलासपुर ।
यूनियन का कहना है कि समझौते के नाम पर कंपनी प्रबंधक बातचीत का केवल दिखावा कर रहे हैं। प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद एक ओर बातचीत का दौर चलाया जा रहा है, जबकि दूसरी ओर ऑपरेटरों को कानूनी प्रक्रिया में उलझाया जा रहा है। यूनियन ने सरकार और प्रशासन से समझौता लागू करवाने की मांग की है।
रविवार को ग्वालथाई में धरने पर बैठे ऑपरेटरों को संबोधित करते हुए ट्रक ऑपरेटरों एवं धरोट पंचायत के पूर्व प्रधान विजय शर्मा ने कहा कि नयनादेवी के एसडीएम की मध्यस्थता में 22 अगस्त 2022 को यूनियन और कंपनी प्रबंधकों के बीच समझौता हुआ था। अब ग्वालाथाई इंडस्ट्रियल एरिया में उद्योग चलाने वाले फैक्टरी प्रबंधक उसे मानने से आनाकानी कर रहे हैं।
इसके चलतेऑपरेटरों को संघर्ष का सहारा लेना पड़ रहा है। गत 25 जुलाई को एसडीएम ने समस्या के समाधान के लिए यूनियन और कंपनी प्रबंधकों की संयुक्त बैठक बुलाई थी। बैठक बेनतीजा रहने पर एसडीएम ने कानून व्यवस्था कायम रहते हुए दोनों पक्षों को वार्ता जारी रखने को कहा था।
विजय शर्मा ने कहा कि एक ओर कंपनी प्रबंधक समझौते के लिए वार्ता का दिखावा कर रहे हैं, जबकि दूसरी ओर ऑपरेटरो को कानूनी प्रक्रिया में उलझाया जा रहा है।
इसके लिए एक कंपनी ने अदालत के आदेशों की अवमानना का नोटिस भिजवा दिया है। इससे कंपनी प्रबंधकों की मानसिकता का अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है। उन्होंने सरकार और प्रशासन से आग्रह किया कि उद्योगों से प्रभावित और प्रदूषण की मार झेल रहे स्थानीय लोगों के हितों की रक्षा करने के लिए अगस्त 2022 में हुआ समझौता लागू करवाया जाए। इससे गरीब ऑपरेटरो को भी राहत मिलेगी। इस मौके पर बचना राम, हाकम खान, राजकुमार, कश्मीरीलाल, चमनलाल, राकेश, भूपेंद्र अटवाल, बलवीर, यशपाल, जय सिंह, सलीम, रमजान, प्यारा सिंह व मजीद अहमद समेत कई ऑपरेटर मौजूद थे।