चिट्टा की बीमारी को जड़ से नष्ट करने के लिए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह  से किया आग्रह

शुभम ठाकुर बिलासपुर



पूर्व विधायक बंबर ठाकुर ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह  से किया आग्रह -चिट्टा की बीमारी को जड़-मूल से नष्ट करने के लिए है  अत्यंत आवश्यक  इसकी उच्च स्तरीय निष्पक्ष जांच बिठाई जाये और इस नशा के ब्यापार को फैलाने में संलिप्त तत्वों के लिए मृत्यु दंड और उनकी संपत्ति कुर्क करने के लिए बनाया जाए  विशेष कानून ।


कांग्रेस पार्टी के राज्य वरिष्ठ महासचिव एवं पूर्व विधायक बंबर ठाकुर ने कहा है कि जब से उन्होने बिलासपुर नगर में चिट्टा के विरुद्ध विशाल रैली का आयोजन किया है उस दिन के बाद स्थानीय पुलिस विशेष रूप से चिट्टा तस्करों के विरुद्ध सक्रिय हो गई है। स्थानीय परिधि गृह में पत्रकारों को संबोधित करते हुए बंबर ठाकुर ने कहा कि अब बिना किसी भेदभाव के चाहे वह किसी भी वर्ग पार्टी अथवा क्षेत्र से संबन्धित हो चिट्टा के बड़े- बड़े केसों पर हाथ डाल कर गिरफ्तार कर रही है ।

जिस के लिए वे एसपी संदीप धवल का आभार प्रकट करते हैं। क्यों कि अब तक जो लोग पकड़े जा रहे हैं वे वह तत्व हैं जो साधारण लोगों को प्राणलेवा चिट्टा के नशे में घसीटने में शामिल थे। जबकि इससे पहले केवल मात्र छोटे छोटे नशा करने वाले लोगों को ही पकड़ा जा रहा था।

ठाकुर ने कहा कि भाजपा के कुछ तत्व उन्हें अकारण यह कह कर बदनाम करने का प्रयास कर रहे हैं कि उन्होने प्रेस पर इस मामले में कोई आरोप लगाया है जबकि सच्चाई यह है कि वे सदैव से ही पत्रकारों व पत्रकारिता का भारी मान-सम्मान करते हैं।

उन्होने कभी भी प्रैस जगत पर चिट्टा में संलिप्त रहने का कोई आरोप नहीं लगाया है किन्तु वे इस मामले में स्पष्ट हैं कि चिट्टा के अभ्यस्त व इसे संरक्षण देने वाले लोग प्रैस व भाजपा सहित कितने ही वर्गों में अपना जाल फैला चुके हैं। जिसकी वास्तविक निष्पक्ष जुडीशियल जांच करने पर ही सचाई का पता लगा कर संबन्धित व्यक्तियों को चिन्हित किया जा सकता है। जिसकी वे काफी समय से बार- बार मांग भी करते आ रहे हैं।

बंबर ठाकुर ने एक बार फिर स्पष्ट किया कि न तो सारा प्रैस चिट्टा में संलिप्त है और न ही सारी पुलिस या भाजपा ही इस बीमारी में संलिप्त है। किन्तु उनकी जानकारी में स्पष्ट रूप से यह आया है कि इन मे से कुछ तत्व अवश्य इस जघन्य अपराध में संलिप्त रहे हैं जिनकी पहचान केवलमात्र निष्पक्ष जांच से ही हो सकती है।

बंबर ठाकुर ने उन अभिभावकों से आग्रह किया है जिनके बच्चे अनजाने में या किसी भी कारण से इस व्यसन में संलिप्त हो गए हैं वे उनसे तुरंत संपर्क करें। उन्होने कहा कि वे अपने व्यय से उनके बच्चे को इस व्याधि से छुटकारा दिलाने के लिए उपयुक्त इलाज करवाएँगे।

बंबर ठाकुर ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुकखू से आग्रह किया है कि चिट्टा की बीमारी को जड़-मूल से नष्ट करने के लिए यह अत्यंत आवश्यक  है कि इसकी उच्च स्तरीय निष्पक्ष जांच बिठाई जाये और इस  नशा के ब्यापार को फैलाने में संलिप्त तत्वों के लिए मृत्यु दंड और उनकी संपत्ति कुर्क करने के लिए विशेष कानून बनाया जाये।

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