शिमला
दक्षिण हिमाचल में राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट कैथलीघाट-ढली फोरलेन (Dhali-Kaithlighat Four lane) पर शोघी के नजदीक 700 मीटर लंबी सुरंग (Tunnel) के मंगलवार को दोनों छोर मिल गए।
इसके लिए बकायदा ब्रेकथू सेरेमनी (Breakthrough Ceremony) का आयोजन भी किया गया। डबल लेन सुरंग (Double Lane Tunnel) का निर्माण 2023 में शुरू हुआ था। करीब 200 मजदूरों और 50 मशीनों के दिन-रात कार्य करने की बदौलत मंगलवार को पहली सफलता हासिल हुई है।
सुरंग का निर्माण कार्य एसपी सिंगला कंस्ट्रक्शन लिमिटेड ( SP Singla Construction Limited) को दिया गया है। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने 2026 तक निर्माण कार्य पूरा करने का लक्ष्य रखा है।
डबल लेन हाईवे से कैथलीघाट और ढली के बीच की दूरी 40 किलोमीटर से घटकर 28.5 किमी रह जाएगी। प्रोजेक्ट पर 3,914 करोड़ रुपये खर्च होंगे। पहले चरण में कैथलीघाट से शकराल गांव तक 1,844 करोड़ रुपए से 17.5 किलोमीटर लंबे डबल लेन का निर्माण किया जा रहा है। जिसमें एक टोल प्लाजा (Toll plaza) भी होगा।
क्षेत्रीय अधिकारी अब्दुल बासित कहा कि फोरलेन बनने से शिमला से चंडीगढ़ के बीच यातायात व्यवस्था में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। डबल लेन सड़क से कैथलीघाट और ढली के बीच की दूरी घटेगी। दो चरणों में कार्य को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
दूसरे चरण में शकराल गांव से ढली-मशोबरा जंक्शन तक 11 किलोमीटर हाईवे पर 2,070 करोड़ खर्च होंगे। इसमें हालांकि तीन सुरंगें और सात पुल भी बनेंगे। लेकिन दुनिया का सबसे लंबा एक्स्ट्रा डोज्ड सिंगल-स्पैन पुल (Extra dosed single-span bridge) आकर्षण होगा।
कैथलीघाट-ढली सुरंग की ब्रेकथू सेरेमनी के दौरान ब्रिज परियोजना के तहत 620 फीट ऊंचे पिलरों की ऊंचाई लगभग तीन कुतुब मीनार की ऊंचाई के बराबर होगी। दूसरे चरण का कार्य गवार कंस्ट्रक्शन को सौंपा गया है।
280 मीटर लंबाई वाले सिंगल-स्पैन एक्स्ट्रा डोज (Single-Span Extra Dose) केबल पुल में केवल दो पिलर ही होंगे, तीन वर्षों में 600 करोड़ रुपए खर्च होंगे। खाई से पुल की ऊंचाई 826 फीट होगी।
बताया जा रहा है कि प्रथम चरण में टनल निर्माण (Tunnel Construction) में ठोस चट्टानें कम थी। इस कारण टनल की खुदाई में दिक्कत भी आई। एक साल टनल की नींव बनाने में ही लग गया। कार्य जनवरी 2023 में शुरू हुआ, इसे तीन वर्षों में पूरा कर लिया जाएगा।
राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) के क्षेत्रीय अधिकारी अब्दुल बासित ने कहा कि पुल शकराल-ढली हिस्से में अत्याधुनिक तकनीक से गुड़गांव की गवार इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी द्वारा बनाया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि फुटपाथों की सुंदरता व प्रकाश व्यवस्था पुल के आकर्षण को बढ़ाएगी।
NHAI का दावा है कि 280 मीटर की स्पैन लंबाई के साथ दुनिया का पहला एक्स्ट्राडोज पुल होगा, जो जापान में 275 मीटर लंबे स्पैन एक्स्ट्रा डोज पुल का रिकॉर्ड तोड़ेगा। ये दावा डीपीआर (DPR) सलाहकार, इंटरकांटिनेंटल टेक्नो कंसल्टेंट, नीरज चौधरी ने गूगल से प्राप्त जानकारी के आधार पर किया था।