रक्कड़ , 21 अगस्त ( पूजा ):ग्राम पंचायत टिक्कर के वार्ड नंबर (3) में बंदरों के आतंक ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। स्थिति यह है कि स्कूली बच्चों और महिलाओं का कहीं आना जाना दुर्लभ हो गया है। सड़क किनारे बैठे बंदरों के झुंड के कारण बच्चे अक्सर स्कूल के लिए लेट भी हो रहे हैं। ग्रामीण इलाकों में तो और भी बुरी हालत है, यहां खेत खलियानों को बंदरों ने बर्बाद कर दिया है।
कई किसान खेती तक करना छोड़ चुके हैं। बंदरों के आतंक की वजह से लोगों की जान पर बन आई है। ऐसा कोई दिन नहीं जा रहा, जिस दिन बंदर किसी को घायल करते हो। ये इतना घातक हमला कर रहे हैं कि हफ्तों के इलाज में लोगों के हजारों रुपए खर्च हो रहे हैं। वहीं पिछले कुछ दिनों में ही 12 से ज्यादा लोगों को बंदर काट चुके हैं। उत्पाती बंदर कई बच्चों को जख्मी कर चुके हैं बच्चे स्कूल जाने में घबराने लगे हैं। पिछले कल ही बंदरों ने पांच लोगों को काटकर घायल किया। जिससे उन्हें स्थानीय अस्पताल में इलाज के लिए भेजा गया ।
जानकारी के अनुसार स्थानीय स्कूल में पढ़ने वाले 4 छात्र जब स्कूल से वापस घर लौट रहे थे तो थोड़ी ही दूर उस पर एक बंदर ने हमला कर दिया। इस कारण वह घायल हो गए । छात्रों का उपचार के लिए नादौन सरकारी अस्पताल में ले जाया गया है। वहीं, मंगलवार दोपहर बंदरों ने राहगीरों पर झपटने का प्रयास किया।
बंदर के झपटने के प्रयास और गुस्से से राहगीर भी भयभीत हो गए। किसी तरह बंदर को मौका से भगाया गया । स्थानीय वासी कमलेश कुमारी , सलोचना देवी , सुनीता कुमारी , संतोष कुमारी ,ममता देवी , कोशल्या देवी , लेख राज, बालक राम , सोनी , सुरेंदर कुमार , कुशाल चद, ओम प्रकाश , मेहर चंद , गुरदेव,अनिल कुमार ,राज कुमार , प्रवीण ने प्रशासन से मांग की है कि वे गाव में लोगों को बंदरों से भय और निजात दिलाने के लिए आवश्यक कदम उठाए।
स्थानीय बार्ड मेंबर राकेश कुमार ने बताया कि उनके द्वारा स्थानीय पंचायत को सूचित कर दिया है व् वन विभाग अधिकारी को भी सूचित कर दिया गया है उधर स्थानीय वन अधिकारी (BO) सुशील ने बताया इस संदर्भ में जानकारी प्राप्त हुई है जल्द ही इसपर कार्यवाही कि जाएगी ।