सड़क हादसे के शिकार व्यक्ति को पहुंचाया अस्पताल
परागपुर:पूजा
क्षेत्र भर में लेडी सिंघम कहलाए जाने वाली एच ए एस अधिकारी शिल्पी बेक्टा जहां अनुशासन,ईमानदारी और कर्तव्यनिष्ठा की एक मिसाल हैं वहीं उन्होंने अपनी मानवता का भी एक और उदाहरण पेश किया है। एक और इसलिए कि पूर्व में भी उनकी मानवता की मिसाल के सैकड़ों उदाहरण हैं,जिनमें कई गरीब कन्याओं का विवाह इसका एक सर्वश्रेष्ठ उदाहरण है।
लेकिन आज उन्होंने एक अच्छा अधिकारी व एक अच्छा इंसान होने के साथ साथ एक अच्छे नागरिक होने का भी फर्ज़ अदा किया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार एस डी एम देहरा शिल्पी बेक्टा किसी कार्य हेतु धर्मशाला जा रहीं थीं।जैसे ही अपने कार्यालय से करीब तीन किलोमीटर दूर खबली दो- सड़का पहुंचीं,वहां उन्होंने सड़क किनारे लोगों की भीड़ खड़ी देखी।
अपनी गाड़ी रुकवाई और देखा कि सड़क हादसे का शिकार एक अधेड़ व्यक्ति सड़क किनारे गिरा पड़ा है।एक पल का समय गंवाए बिना उन्होंने दोबारा अपनी गाड़ी को देहरा अस्पताल की तरफ वापिस लिया और उस व्यक्ति को देहरा अस्पताल दाखिल करवा कर फिर धर्मशाला के लिए रवाना हुईं।
उनके इस कार्य की क्षेत्र भर में काफी चर्चा हो रही है।लोग उनकी प्रशंसा करते हुए नहीं थक रहे।
स्थानीय निवासी अजय कुमार, रेणु बाला, साशंक शर्मा, मिंटू गुलेरिया,संदीप ठाकुर,आशा देवी,ज्योति बाला,दिनेश कुमार आदि के अनुसार एस डी एम देहरा ने जो एक अच्छा अधिकारी होने के साथ साथ एक अच्छा नागरिक होने का भी फर्ज़ अदा किया है,वह काबिले तारीफ है।
इन स्थानीय निवासियों के अनुसार अगर हर अधिकारी और हर व्यक्ति इंसानियत के प्रति अपने फर्ज़ को समझे तो हमारे देश को फिर से सोने की चिड़िया बनने में देरी नहीं लगेगी।
वहीं इस बारे जब एस डी एम देहरा शिल्पी बेक्टा से बात की गई तो उन्होंने कहा कि मैं अधिकारी बाद में हूं, पहले एक इंसान हूं और इंसानियत के प्रति मैंने अपना फर्ज़ अदा किया है।
अपनी जमीन से जुड़े स्वभाव का एक बार फिर से परिचय देते हुए उन्होंने कहा कि ऐसा कर के मैंने किसी पर कोई एहसान नहीं किया बल्कि इंसान होने के नाते अपना फर्ज़ अदा किया है और सबको करना चाहिए।इससे सड़क हादसों में होने वाली दर्दनाक मौतों में भी काफी कमी आयेगी अगर सड़क हादसे के शिकार व्यक्ति को समय रहते प्राथमिक चिकत्सा उपलब्ध हो जायेगी।
