मिलाप कौशल खुंडियां
उपमंडल ज्वालामुखी के तहत आशा कार्यकर्ता संघ की जिला अध्यक्ष सरला राणा कहा कि आशा कार्यकर्ता के मानदेय में केवल तीन सौ रूपए की बढ़ोत्तरी करके आशा कार्यकर्ताओं के साथ बहुत बड़ा धोखा किया है। ज्वालामुखी सहित पूरे कांगड़ा की आशा कार्यकर्ताओं ने बजट को लेकर नाराजगी जताई है।
हिमाचल सरकार मुख्यमंत्री के द्वारा बजट पेश किया गया जिसमे तीन सौ रुपए बढ़ाकर समस्त हिमाचल प्रदेश की आशा बहनों के साथ किया भद्दा मजाक किया गया है।आशा कार्यकर्ता संघ हिमाचल प्रदेश जिला कांगड़ा की अध्यक्ष सरला राणा ने इस बजट की कड़े शब्दों में घोर निन्दा करते हुए कहा कि आशा के साथ सरकार ने सौतेला व्यवहार किया है।हमें सरकार से ये उम्मीद कभी भी नहीं थी।
पिछले वर्ष भी याद करवाई जाए तो भी आशा को हिमाचल सरकार से निराशा ही मिली थी। आज शायद हिमाचल सरकार आशा कार्यकर्ताओं के कोरोना काल में किए गए कार्यों को भूल चुकी है लेकिन हम सरकार को याद करवा देना चाहते है कि कोरोना काल में सरकार के साथ आशा वर्कर कंधे से कन्धा मिलाकर अपने समुदाय में खड़ी रही।
सरला राणा ने कहा कि हिमाचल प्रदेश सरकार अपने बजट पेश के निर्णय पर फिर से विचार करे और आशा के रूप में इन कोरोना योद्धा की कुर्बानी को याद करे।आज के समय आशा के कार्य देखते हुए सिर्फ प्रसंशा ही सरकार द्वारा आशा की जा रही है सरकार भूल गई है कि प्रसंशा से आशा के घर का चूल्हा नहीं जलेगा न ही आशा बहनों के परिवार का पालन पोषण होगा। सरला राणा ने स्पष्ट शब्दों में कह दिया है कि हिमाचल प्रदेश की किसी भी आशा को ये बजट स्वीकार नहीं है यदि इस बजट पर पुनः विचार नहीं हुआ तो मजबूरन हिमाचल प्रदेश की समस्त आशा बहने सड़को पर सरकार के खिलाफ़ प्रदर्शन करेंगी।
