मंडी
मंडी से भाजपा की सांसद एवं फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत की बहुचर्चित फिल्म इमरजेंसी को लेकर उनके गृह क्षेत्र के लोगों में कोई उत्साह देखने को नहीं मिल रहा है। आलम यह है कि कंगना की इस फिल्म को देखने के लिए 10 से 15 लोग भी थिएटर नहीं पहुंच पा रहे हैं। मंडी शहर के इकलौते कुसुम थिएटर में इस फिल्म के रोजाना दो शो दिखाए जा रहे हैं लेकिन फिल्म देखने के लिए दर्शक ही नहीं आ रहे हैं। कंगना रनौत मंडी की सांसद है और सांसद बनने के बाद यह उनकी पहली फिल्म है जो काफी विवादों में रहने के बाद रिलीज हुई है।
मंडी के कुसुम थिएटर में 500 लोगों के बैठने की क्षमता है। हालांकि यह बात भी सच है कि थिएटर की हालत उस स्तर की नहीं है जैसी की बड़े शहरों में होती है। आजकल लोग भी पीवीआर जैसे माहौल में फिल्में देखना पसंद करते हैं। ऐसी सुविधाएं कुसुम थिएटर में नहीं हैं। कुसुम थिएटर की टिकट खिड़की के एग्जिक्यूटिव सोहन चंद और प्रोजेक्टर ऑपरेटर सुरेंद्र कुमार ने बताया कि अभी कुछ दिन पहले जब पुष्पा-2 रिलीज हुई थी तो उसे देखने के लिए दर्शकों की थोड़ी बहुत भीड़ जरूर उमड़ी थी, लेकिन इमरजेंसी के लिए तो उससे कई गुणा कम संख्या में लोग आ रहे हैं।
रोजाना तीन शो प्लान किए गए हैं लेकिन मुश्किल से दो शो ही दिखा पा रहे हैं। हर शो में मुश्किल से 10 से 15 लोग ही थिएटर पहुंच पा रहे हैं। फिल्म अच्छी है लेकिन लोग देखने के लिए क्यों नहीं आ रहे है, यह समझ से परे है। इससे पहले भी जब कंगना की फिल्में दिखाई गई तो उसमें अच्छी भीड़ आ जाती थी। हालांकि कंगना अब मंडी की सांसद हैं और चुनावों के दौरान उन्हें लोगों ने भारी जनसमर्थन देकर लोकसभा भेजा है। मंडी की बेटी और सांसद की बहुचर्चित फिल्म के प्रति लोगों का नजरिया समझ से परे है।
