लाहौल स्पीति ।
जिला लाहौल स्पिति में हुई बर्फबारी के बागवानों व किसानों के लिए राहत लेकर आई है, बर्फ़बारी पेयजल की योजनाओं के लिए भी अच्छी है यह बात उपायुक्त लाहौल स्पिति राहुल कुमार ने गत दिवस जिला में हुए हिमपात के बाद आज सड़क, बिजली, पेयजल सहित अन्य बुनियादी सुविधाओं की समीक्षा करते हुए कही। उन्होंने बताया कि बर्फ़बारी से बंद हुए मनाली से केलांग रोड़ को बीआरओ की मदद से छोटे वाहनों के यातायात के लिए खोल दिया गया है।
उन्होंने पर्यटकों व आमजनता से आग्रह किया है कि बर्फ़बारी के कारण सड़कों पर फिस्लन की संभावना बनी रहती है इसलिए दुर्घनाओं से बचने के लिए वाहन धीरे चलांए तथा फोर वाई फोर वाहनों के प्रयोग को प्राथमिकता दें या वाहनों में चेन लगाकर ही यात्रा करें तथा रात के समय वाहन ना चलांए क्योंकि ब्लैक आई जमने के कारण रात को बाहन चलाना बेहद जोखिम भरा हो जाता है। उन्होंने बताया कि काजा को किन्नौर से जोडने बाला सड़क मार्ग भी आवाजाही के लिए बहाल है। केलांग से उदयपुर-तिंदी तक सड़क केवल फोर वाई फोर वाहनों के लिए खुला है।
उन्होंने पर्यटकों से आग्रह किया है कि अगर वह मनाली से लाहौल के लिए आ रहे हैं तो सुबह 8 बजे तक अटल टनल पार कर लें और लाहौल से मनाली जा रहें हैं तो दोपहर दो बजे से पहले प्रस्थान कर लें। उन्होंने पर्यटकों से कहा है कि अगर बापसी के लिए लेट हो गए हैं तो आसपास किसी होटल या होमस्टे में रूकने को प्राथमिकता दें और दूसरे दिन बापसी करें। उन्होंने कहा कि सड़कों पर जाम लगने कि स्थिति में घवरांए नहीं और यातायात पुलिस द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करें। उन्होंने बताया कि अटल टनल, कोकसर व सिस्सु में यातायात को निर्बाध बनाए रखने के लिए पुलिस बल तैनात है, पर्यटक किसी भी मदद के लिए पुलिस से सम्पर्क कर सकते हैं।
उन्होंने बताया कि जिला में लोक निमार्ण विभाग द्वारा घाटी में सम्पर्क मार्गो को खोलने का कार्य लगातार जारी है। बेहद सर्द मौसम होने के बावजूद पूरे जिला में बिजली विभाग द्वारा इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई सुचारू बनाया गया है। उन्होंने बताया कि जल शक्ति विभाग द्वारा भारी बर्फबारी के बावजूद पेयजल योजनाओं के माध्यम से आमजन मानस के लिए पेयजल की निर्बाध आपूर्ति को सुनिश्चित बनाया है।उन्होंने आमजन से आग्रह किया है कि गर्माहट के लिए इलेक्ट्रिक हीटर व गैस हीटर व तंदूर का प्रयोग सतर्कता से करें और सुरक्षा का ध्यान रखें ताकि दुर्घटनाओं से बचा जा सकें। उन्होंने पर्यटकों से आग्रह किया कि प्रतिदिन जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा जारी किये जाने वाले एडवाइजरी को फॉलो करें और किसी भी प्रकार की सहायता के लिए जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण से सम्पर्क करें।