ब्यूरो।कुल्लू
कल्लू के अटल सदन के अंतरंग सभागार में आज चार दिवसीय कार्यक्रम के प्रथम दिवस में विख्यात सूफी गायक उस्ताद निलय खान एवं पार्टी के सूफी गायन पर श्रोताओं ने संगीत का खूब आनंद लिया । निलय खान ने एक से एक बेहतरीन सूफी गीत गाकर महफिल में खूब वाहवाही लूटी। उन्होंने ‘तेरी रश्के कमर’ ‘ तुम्हें दिल्लगी भूल जानी पड़ेगी’ ‘सांसों की माला में ‘ इत्यादि सूफी तराने गाकर श्रोताओं को झूमने पर मजबूर कर दिया।चार दिवसीय चंडीगढ़ संगीत एवं नृत्य उत्सव का शुभारंभ आज मुख्य कलाकार निलय खान, समाजसेवी भगवान दास गुप्ता, जिला भाषा अधिकारी सुनीला ठाकुर, तथा सहायक लोक संपर्क अधिकारी जय प्रकाश शर्मा ने दीप प्रज्वलन कर किया।
इसके पश्चात संगीत की महफिल में उस्ताद नीलय खान एवं पार्टी द्वारा श्रोताओं को अपने रूहानी अंदाज़ में सूफी गायन से मंत्रमुघ्ध कर दिया। उस्ताद नीलय खान मशहूर सूफी गायक है, जिन्हें लोक गायकी तथा गजल गायन में हरियाणा सरकार द्वारा विभिन्न पुरस्कारों से नवाजा गया है। खान आकाशवाणी एवं दूरदर्शन के ए ग्रेड सूफी कलाकार, चंडीगढ़ संगीत एवं नृत्य अकादमी द्वारा अनुमोदित कलाकार। खान ने उत्तर भारतीय संस्कृति केंद्र तथा अंतरराष्ट्रीय सांस्कृतिक संबंध परिषद के अंतर्गत विभिन्न देशों में अपने गायन का लोहा मनवाया है।
खान के साथ वाद्यवृन्द के रूप में सद्दाम हुसैन, पारस, जिंदर खान, अनिल, तथा कोर्स में अमन खान, अब्दुल हमीद, सहर अली, मनी, पवन, गोगी ने साथ दिया।जिला भाषा अधिकारी कुल्लू सुनीला ठाकुर ने कहा कि अटल सदन के अंतरंग सभागार में आज से चार दिवसीय संगीत-नृत्य उत्सव का आज शुभारम्भ हुआ है ।
यह आयोजन भाषा एवं संस्कृति विभाग हिमाचल प्रदेश एवं चंडीगढ़ संगीत नाटक अकादमी के संयुक्त तत्वावधान में दिनांक 27 से 30 सितंबर, 2024 तक अटल सदन के अंतरंग सभागार में दोपहर 2:00 बजे से संगीत-नृत्य उत्सव के रूप में किया जा रहा है।सुनीला ठाकुर ने कहा कि 27 सितम्बर, 2024 कलाकार-निलय खान एवं ग्रुप का सूफी गायन का कार्यक्रम हुआ ; 28 सितंबर, को सबरजीत कौर असीम का पंजाबी लोक गायन; 29 सितम्बर को गुरुकुल संगीत एवं नृत्य अकादमी समिति चण्डीगढ़ का कथक नृत्य; तथा 30 सितम्बर को तरसेम चन्द कलहेरी एवं ग्रुप द्वारा पंजाबी लोक नृत्य प्रस्तुत किये जायेंगे। उन्होंने सभी कलाप्रेमियों से इस कार्यक्रम का आनंद उठाने के लिए आग्रह किया है। कार्यक्रम में प्रवेश निःशुल्क रहेगा ।