चौहारघाटी के द्रगड़, समालंग और गढ़गांव के लोग झेल रहे परेशानी
सड़क बहाल करने को जुटी लोक निर्माण विभाग की पोकलेन मशीन
पूर्व विधायक जवाहर ठाकुर ने दौरा कर लिया स्थिति का जायजा।
किरण राही/पधर (मंडी)।
चौहारघाटी की ग्राम पंचायत तरसवाण में बरसात से हुई तबाही के बाद सवा महीना बीत जाने बाद भी हालात सामान्य नहीं हो पाए हैं। यहां अभी तक भी जनजीवन पूरी तरह से अस्त व्यस्त है। ग्रामीण खासी परेशानी झेल रहे हैं। हालांकि बरसात में तबाह हुई धरमेहड़-तरसवाण-गढ़ गांव सड़क को बहाल करने के लिए लोक निर्माण विभाग ने बड़ी पोकलेन मशीन यहां लगाई है। लेकिन कई जगह पर नई सड़क बनाने में समय लग रहा है।
ऐसे में किसानों की आलू और गोभी सहित अन्य फसलें मार्किट न पहुंचने से सड़ने की कगार पर हैं। उल्लेखनीय है कि बीते 31 जुलाई रात्रि को चौहारघाटी के राजबन के साथ ग्राम पंचायत तरसवाण के समालंग, द्रगड़ और गढ़गांव में भी मूसलाधार बारिश से करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है।
यहां ऊपर पहाड़ी में बादल फटने बाद गढ़गांव खड्ड और रुलंग नाले ने खासा कहर बरपाया था।
दो रिहायशी मकान, एक पुल, तीन फुटब्रिज, एक आरा मशीन, एक घराट, दो गौशालाएं और दो कारें पानी के तेज बहाव में बह गए थे। जबकि दो किलोमीटर के करीब सड़क का नामोनिशान मिट गया था। सड़क बंद होने के कारण ग्रामीणों के डेढ़ दर्जन के करीब छोटे वाहन गांव में फंसे हुए हैं। आने-जाने के सभी रास्ते बंद हैं। खड्ड नालों के सभी फुटब्रिज बह चुके हैं। ग्रामीणों ने अपने दम पर रास्ते बना पैदल आवाजाही बहाल की है।
पूर्व विधायक जवाहर ठाकुर भी सोमवार देर शाम को ग्रामीणों का कुशलक्षेम जानने और घटना में हुए नुकसान का जायजा लेने द्रगड़, गढ़ गांव और समालंग गांव पहुंचे। उन्होंने पीड़ित परिवारों की हर संभव सहायता करने की मांग प्रदेश सरकार से उठाई। वहीं गांव की सड़क के पुनर्निर्माण को लेकर राहत कार्य में तेजी लाने की भी मांग की। उन्होंने कहा कि इस वर्ष सामान्य बरसात होने के बावजूद चौहारघाटी में खासा नुकसान हुआ है। जिस कारण लोगों को खासी परेशानी झेलनी पड़ रही है।