किरण /पधर (मंडी)।
चुनावी वर्ष में राज्य सरकार द्वारा पैन्शनरों की मांगों को लंबे समय से अनदेखा करने पर पैन्शनर सरकार के खिलाफ लामबंद होने लगे हैं। उरला में आयोजित हिम आंचल पैन्शनर संघ द्रंग ने बैठक के माध्यम से सरकार से लंबित मांगों को शीघ्र स्वीकार करने की गुहार लगाई है।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए प्रधान एमसी चौहान ने कहा कि पैन्शनरों को संशोधित वेतनमान की बकाया राशि का भुगतान एक मुश्त किया जाए। जनवरी 2016 के बाद सेवानिवृत कर्मचारियों का पैन्शन निर्धारण मामला पंजाब सरकार की तर्ज पर किया जाए। 65 से 80 की आयु पार करने वाले पैन्शनरों को देय 5 से 20 फीसदी भता मूल वेतन में शामिक कर दिया जाए। चिकित्सा भता एक हजार रूपए मासिक दिया जाए। रूके पड़े चिकित्सा बिलों का शीघ्र भुगतान किया जाए। इसके लिए सरकार सभी विभागों को बजट जारी करे। पैन्शनरों के आश्रितों को आरक्षण और करूणामूलक आधार पर नौकरी दी जाए। पुरानी पैन्शन बहाल करने का मामला भी पैन्शनरों ने सरकार से उठाया। वहीं कहा कि भूतपूर्व सैनिकों की भांति वन रैंक वन पैन्शन दी जाए और एलटीसी की सुविधा पैन्शनरों को देते हुए हर दो वर्ष के बाद एक महीने की अतिरिक्त पैन्शन दी जाए। इस मौके पर मनोज कुमार, गोकल चंद, पीर सहाय ठाकुर, सोम देव, नानक चंद, खेम सिंह, प्रकाश चंद, निर्मल चौहान, शिव राम, धनी राम, नंद लाल, भगत राम, बीरी सिंह, हरदेव सिंह, यादविंदर, राम सिंह, नोखू राम, नागणू राम, केसी नेगी उपस्थित रहे।
