पठानकोट से मंडी टू लेन भूमि प्रभावितों के रेट कौड़ियों के भाव मिलने पर किसानों ने अपनाया संघर्ष का रास्ता।




किरण /पधर (मंडी)।


पठानकोट -मण्डी फोर लेन को टू लेन करने पर को लेकर किसानों की भूमि का अधिग्रहण होने पर भूमि के रेट कौड़ियों के भाव तय करने से प्रभावित किसानों व फ़ोरलेन समन्वय समिति में भारी रोष है।

संघर्ष समिति ने आने वाले दिनों में विरोध के चलते धरना प्रदर्शन और चक्का जाम करने का ऐलान किया है। समन्वय समिति के अध्यक्ष वीरेंद्र कुमार ने एनएचएआई के अधिकारी व उप मण्डल स्तर के अधिकारी पर आरोप लगाया कि वह किसानों की भूमि का मुल्याकन कौड़ी के भाव 90000 प्रति विश्वा में कर रही है। किसानों के खाते में 90,000 प्रति विश्वा में पैसे डालने का फ़रमान जारी कर रही है। उन्होंने कहा कि किसानों को बिना पूछे, ताल मेल न बैठाने इस बात को लेकर अब गरीब किसान चुप नहीं बैठेगा। उन्होने कहा एनएचएआई की इच्छा जहाँ से हुई वहाँ से किसानों की खाली व ऊपजाऊ भूमि को तबाह कर दिया। अध्यक्ष ने बताया कि पहला सर्वे 1000 करोड़ का था जिसमें सरकार को कम खर्चीला व अधिकतर पुरानी सड़क से फ़ोर लेन ले जाना था, मगर नया सर्वे 4000 करोड़ का है जिसमें एनएचएआई के अधिकारियों ने अपने रिश्तेदारों के निजी भूमि अधिग्रहण करके उन्हें लाभ पहुँचाने का काम किया है और सरकार को कड़ा नुक़सान किया है। उन्होंने कहा कि जब तक एनएचएआई प्रभावित किसानों व समन्वय समिति के साथ बैठ कर उचित व सटीक जानकारी नहीं देगी और उनके साथ तालमेल नहीं करेगा तब तक किसानों का विरोध ख़त्म नहीं होगा। एक सप्ताह के भीतर अगर एनएचएआई और उप मंडला अधिकारी समन्वय समिति के साथ बैठ कर उनकी समस्याओं का निपटारा नहीं करेंगे तो एक हफ़्ते के अंदर फ़ोरलेन समन्वय समिति नारला से मंडी के सभी प्रभावित किसान जिला मुख्यालय में धरना प्रदर्शन करेंगे।

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