किरण/पधर (मंडी)।
एकनारी शक्ति संगठन द्रंग का एक प्रतिनिधि मंडल रेस्ट हाउस उरला में संगठन की जिला समन्वयक मीना शर्मा की अगुवाई में एकल नारियों की समस्याओं को लेकर द्रंग के विधायक जवाहर ठाकुर से मिला। इस दौरान संगठन की कार्यकर्ताओं ने संयुक्त मांग पत्र विधायक को सौंपा।
मांग की गई कि पंचायतों में स्वायत न्याय पंचायत की स्थापना की जाए। नीति आयोग ने राज्य सरकार को सलाह दी है कि जो महिलाएं किसानी करती है, राजस्व रिकार्ड में उन्हें काश्तकार के रूप में दर्ज किया जाए। प्रदेश में 80 फीसदी महिलाएं खेतीबाड़ी का काम करती है। राजस्थान, उतराखंड, झारखंड की तर्ज पर राज्य सरकार परित्यक्ता महिलाओं को परिभाषित करे। महंगाई को देखते हुए विधवा पैन्शन 5000 रूपए मासिक की जाए। राज्य सरकार के बजट में एकल महिलाओं के लिए अलग मद बनाए। एकल महिलाओ से संबंधित सरकारी योजनाओं के पपत्र निकाले जाते हैं, उनमें एकल महिलाओं की स्थिती विधवा, तलाशुदा, परित्यक्ता, पति लापता, अविवाहिता की तर्ज पर सही लिखा जाए। मीना शर्मा ने कहा कि सरकारी योजनाओं का लाभा प्राप्त करने के लिए एकल नारियों को प्रमाण पत्र की आवश्यक्ता पड़ती है। उनके सत्यापन की पावर एकल नारी पदाधिकारी या पंचायत प्रधान को जारी की जाए, ताकि एकल महिलाओं को इधर उधर भटकने से राहत मिल सके। संगठन ने मांग पत्र को सरकार के माध्यम से मनवाने की मांग विधायक जवाहर ठाकुर से की। विधायक ने संगठन की कार्यकर्ताओं को आश्वासन दिया कि उनकी जायज मांगों को वह मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के ध्यानार्थ लाएंगे।
