किरण / पधर ( मंडी )
जिला मंडी में पधर उपमंडल की ग्राम पंचायत गवाली के पुंदल गांव में भारी लैंडस्लाइड होने की ताजा सूचना मिली है। प्रशासन की ओर से एसडीएम पधर संजीत सिंह ठाकुर आपदा प्रबंधन टीम के साथ गांव पहुंच गए हैं।
गांव में लगभग एक किलोमीटर का एरिया भुस्खलन की चपेट में आया बताया जा रहा है। भुस्खलन से एक मकान ढह गया बताया जा रहा है। भारी बारिस के बीच गांव में आपदा प्रबंधन को लेकर परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। फौरी तौर पर समूचे गांव को खाली करवा दिया गया है।
बारिस लगातार बढऩे से पूरे गांव को ढहने का खतरा बढ़ता जा रहा है। ऐसे में प्रशासन ने आपदा प्रबंधन में कोई रिश्क नहीं लेते हुए ग्रामीणों को सबसे पहले सुरक्षित बाहर निकाला है। ग्रामीणों के पशुधन को कैसे सुरक्षित बाहर निकाला जाए आपदा प्रबंधन टीम इसे लेकर विशेष रणनीति के तहत राहत कार्य में डटी हुई है। एसडीएम के साथ प्रशासन और विभागों के अन्य अधिकारी भी गांव में भुस्खलन की स्थिती पर नजर रखे हुए है। गांव के लोगों को कहां पर पनाह दी जाएगी इस दिशा में प्रशासन की ओर से कारगर कदम उठाए जा रहे हैं। पुंदल गांव में लैंड स्लाइड होने से ग्रामीणों सहित आसपास के गांवों के लोग दहशत में है। कुछेक ग्रामीण गांव को छोडक़र घोघरधार की पहाड़ी पर स्थित अपने अस्थाई बसेरों की ओर निकल गए हैं।
एसडीएम पधर संजीत सिंह ठाकुर ने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि गांव में कुल 16 परिवार रहते हैं। इनमें बालक राम, टेक चंद, ओम प्रकाश, जीवन सिंह पुत्र स्व० भीम सिंह, धर्म देव पुत्र रीडक़ू, शम्भू, गोबिंद राम, राजकुमारी पत्नी स्वर्गीय राम सिंह, मोहन सिंह पुत्र दीला राम, चेत राम पुत्र लहणू राम, आशा कुमारी पत्नी हेम सिंह, पवन कुमार पुत्र दीला राम, परस राम पुत्र जखीरा, धर्मेद्र पुत्र मान सिंह, सुर्दशन, बृज लाल पुत्र सौजी राम शामिल हैं। पटवार वृत के महाल पुंदल में गांव की पहाड़ी भारी वर्षा के कारण पूरी दरक चुकी है। सभी लोगों के घरों को खतरा बन गया है। प्रशासन की ओर से सभी ग्रामीणों को खतरे से अवगत करवा दिया गया है।
प्रशासन ने गांव को खाली करवा दिया है। ऐहतियात के तौर पर प्रभावित परिवारों को अस्थाई रूप से रहने की व्यवस्था राजकीय उच्च पाठशाला गवाली में की जा रही है। इस स्थान पर एनएच हाइवे को भी बंद कर दिया गया है। गांव के समीप एनएच पर पुलिस प्रशासन को दोनों ओर तैनात कर दिया गया है। एसडीएम पधर ने बताया कि ग्रामीणों के पशुधन को भी आपदा प्रबंधन टीम ने सुरक्षित बाहर निकाल दिया है। पशुधन को ठहराने की व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने बताया कि प्रशासन गांव की वास्तुस्थिती पर नजर रखे हुए है। गांव में आई आपदा के लिए उन्होंने स्थानीय लोगों से भी सहयोग की अपील की है, ताकि राहत कार्यों में किसी प्रकार की कोई परेशानी आड़े न आए। एसडीएम ने क्षेत्रवासियों से खराब मौसम में सचेत रहने की अपील की है।
