अंशुल शर्मा।घुमारवीं
मिनर्वा किड्स जोन घुमारवीं में गुरूवार को ग्रैंड पेरेंट्स-डे की धूम रही। किड्स जोन शाखा में कार्यक्रम का आयोजन कर बच्चों और उनके ग्रैंड पेरेंट्स ने खूब मस्ती की। समारोह का शुभारंभ पाठशाला के प्रधानाचार्य परवेश चंदेल ने किया। मां सरस्वती की फोटो के सामने पूजा-अर्चना और द्वीप प्रज्वलित करके किया। बच्चे रंग-बिरंगे परिधानों में नजर आए। बच्चों की मनमोहक प्रस्तुतियों पर गदगद होकर उपस्थित दादा-दादी व नाना-नानी भी अपने आप को झूमने से रोक नहीं सके। उपस्थित अभिभावकों ने बच्चों सहित पंजाबी व पहाड़ी गानों पर डांस किया।
बच्चों ने अपने ग्रैंड पेरेंट्स के स्वागत में ‘पापा के पापा हमारे दादा’ व ‘मां के पापा हमारे नाना’ गीत और ‘नन्हे-मुन्हे बच्चे तेरी मुट्ठी में क्या है’ पर डांस करके सबका मन मोह लिया। बच्चों ने निकी जेयी गुजरी, किती ते आया मेरा रूणझुणुबा पर खूब डांस किया। बच्चों ने लघुनाटिका भी प्रस्तुत की। इस अवसर पर किड्स जोन की प्रभारी आरती चंदेल सहित अनु चंदेल, वीना, कल्पना, अंजना, नीलम, मोनिका, अनीता, ऋतु उपस्थित रहे। बच्चों के अभिभावकों ने ग्रैंड पेरेंट्स ने सभी को शुभकामनाएं दी।
अधरित की दादी ललिता देवी ने कहा कि पहली बार उन्हें ऐसे कार्यक्रम में जाने का मौका मिला है। उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यक्रमों से मेलजोल बढ़ता है और आपसी संबंध मजबूत होते हैं। कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए अविश के दादा ज्ञान चंद व दादी नरेशा देवी ने कहा कि ऐसे आयोजन से बच्चों में संस्कार बढ़ते हैं। बच्चों में पढ़ाई से पहले संस्कार होने चाहिए ताकि बच्चे बड़ों का मान सम्मान करना सीखें, मिनर्वा संस्थाना इसे बखूबी कर रहा है। मीताक्षी के दादा रमेश शर्मा ने कहा कि संस्कृति और पारंपरिक सभ्यता को आगे बढ़ाना चाहिए, मिनर्वा सस्थांन में बच्चों को पढ़ाई के साथ अच्छे संस्कार भी दिए जाते हैं।
श्रेयान पूरी के नाना कुलदीप ने कहा कि मिनर्वा स्कूल सबसे उत्तम गुणवत्ता वाला स्कूल है। सुविधाओं के लिए क्षेत्र से बाहर नहीं जाना पड़ता। वहीं श्रनया के नाना बीएल शर्मा व नानी जगदम्बा ने कहा कि मिनर्वा संस्थान में पढ़ाई के साथ संस्कारों को महत्व दिया जाता है। पाठशाला के प्रधानाचार्य परवेश चंदेल ने स्कूल में पहुंचे सभी पेरेंट्स का धन्यवाद किया।
