किरण/ पधर /मंडी ।
बिलासपुर में इंटक प्रदेशाध्यक्ष बावा हरदीप सिंह ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार ने पूर्व कांग्रेस सरकार द्धारा बनाए गए वर्षो पुराने 40 श्रम कानूनो को बडे बडे उद्योगपतियों के हितों को सुरक्षित करने के लिए समाप्त श्रमिक वर्ग की अनदेखी की है। इसके बदले 4 कोर्ट बनाए है।
जिससे पूरे देश में श्रमिकों का शोषण हो रहा है। अभी तक मोदी सरकार द्धारा बनाए गए श्रम कानून लागू नहीं हो पाए हैं । जिससे भ्रम की स्थिति है। आल हिमाचल पीडब्ल्यूडी आईपीएच एंड कंटैरक्युल वर्करज युनियन द्धारा आयोजित इशु बेस्ड कार्यशाला के दौरान पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे।
बावा हरदीप सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार द्धारा समाप्त किए गए 40 श्रम कानूनों को समाप्त करने के बाद पैदा हुई परिस्थितियों कैसे निपटा जाए व श्रम हितों की सुरक्षा से कैसे हो। इसके लिए दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है । इसी कार्यशाला का आयोजन 19 नवंबर को पालमपुर में किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस कार्यशाला में विशेष रूप से बीडब्ल्युआई से मिलिंद सक्सेना द्धारा सुझाव दिए गए। उन्होंने कहा कि इंटक द्धारा श्रम कल्याण बोर्ड में श्रमिको के लंबित पडे क्लेमोें के मुददों को प्रदेश सरकार के साथ उठाया जा रहा है। इस मुददे को फिर से 22 नवंबर को इंटक की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक से पहले प्रदेश सरकार के समक्ष उठाया जाएगा।
बावा हरदीप सिंह ने एक प्रश्न का उतर देते हुए कुछ स्वयं भू नेताओं ने इंटक के नाम पर राजनीति करने का प्रयास किया है जबकि उनके साथ 126 युनियन हैं।उनका इंटक से कोई लेना देना नहीं हैं । वहीं , इंटक के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा संजीवा रेडडी कांग्रेस के आमंत्रित सदस्य है। इस अवसर पर एचआरटीसी परिवहन कर्मचारी युनियन से उमेश शर्मा, जिला इंटक अध्यक्ष रूप सिंह ठाकुर, प्रदेश सचिव प्रेम भाटिया, जगतार सिंह बैंस,रमेश संडियार सहित अन्य प्रमुख पदाधिकारी मौजूद रहे।