आनंद सूद , देहरा
प्राचीन नरसिंह मन्दिर सुनहेत ठाकुरद्वारा में कलश यात्रा के साथ श्रीमद भागवत महापुराण कथा का शुभारंभ हुआ । ये यात्रा सुनहेत से शुरू होकर कुल्हार, नलेटी ,वेदव्यास परिसर बलाहर, चंबापतन से होते हुए कालेश्वर पंचतीर्थी में पहुंची । जहां यात्रा में शामिल भक्तों ने पूजा अर्चना के बाद पंचतीर्थी का पवित्र जल अपने कलशों में भरा इसके बाद सभी ने श्री कालीनाथ मन्दिर में शीश झुका कर आशीर्वाद प्राप्त किया ।पहले दिन की कथा में स्थानीय सुप्रसिद्ध कथाव्यास पंडित सुमित शास्त्री ने महात्म्य का वर्णन करते हुए कहा यह भागवत महापुराण परम पावन है, समस्त पुराणों का तिलक है व इसका श्रवण सबसे श्रेष्ठ है,जिसे भगवान राधाकृष्ण की भक्ति चाहिए उसे भागवत महापुराण अवश्य श्रवण करना चाहिए इसके बाद शास्त्री ने प्रेत योनि में पड़े धुंधकारी का प्रसंग सुनाया जो कि भागवत की कथा सुनने मात्र से मुक्त हो गया । कलश यात्रा में शुकदेव गिरि, तुषार, सुरेश,अभिषेक,ऊषा, नेहा,सानिया व रीया ने भाग लिया ।

प्राचीन नरसिंह मन्दिर सुनहेत ठाकुरद्वारा में कलश यात्रा के साथ श्रीमद भागवत महापुराण कथा का शुभारंभ में पंडित सुमित शास्त्री जी व् स्थानीय गाववासी