किरण /पधर ( मंडी )
हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी बैंक वित्तीय साक्षरता केंद्र मंडी द्वारा राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) के सौजन्य से गांव टांडू तहसील सदर में एक दिवसीय वित्तीय साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी बैंक जिला कार्यालय मंडी से वित्तीय साक्षरता समन्वयक राकेश ठाकुर ने किया।
उन्होंने कहा कि व्यक्ति को अपनी आर्थिक स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए अपने वित्तीय मसलों को हमें तीन श्रेणियों में बांट देना चाहिए जिसमें – निवेश, इंश्योरेंस (लाइफ, हेल्थ और अन्य कवर) और फाइनेंशियल सर्विसेज (बैंक, क्रेडिट कार्ड, लोन व अन्य) , दूसरी बात यह है कि एक निश्चित अवधि पर इनकी समीक्षा करनी चाहिए। इससे यह सुनिश्चित कर पाएंगे कि इनसे हमारे लक्ष्य पूरे होंगे या नहीं। उन्होंने कहा कि साल में कम से कम एक बार निवेश की समीक्षा जरूर करनी चाहिए। इंश्योरेंस की जरूरतों के लिए व्यक्ति को सुनिश्चित करना चाहिए कि उसके पास पर्याप्त कवर हो। जीवन में हर नया पड़ाव आने पर इसकी समीक्षा करनी चाहिए। इन पड़ावों में शादी, बच्चे का जन्म, घर खरीदना इत्यादि शामिल हैं। हर व्यक्ति अपनी जरूरतों के अनुसार इंश्योरेंस को बढ़ा या घटा सकते हैं। उन्होंने क्रेडिट स्कोर के बारे बताते हुए कहा कि क्रेडिट स्कोर किसी व्यक्ति की क्रेडिट हिस्ट्री की 3 अंकों की संख्या है और यह बैंकों से लोन लेती बार किसी व्यक्ति की साख और वित्तीय स्थिति को तय करने में मदद करता है। अच्छा क्रेडिट स्कोर बनाये रखने के लिए समय पर अपना बकाया भुगतान करने की कोशिश करें। यह एक जिम्मेदार क्रेडिट बिहेवियर और भुगतान क्षमता को दर्शाता है। बहुत कम समय के भीतर कई बार क्रेडिट कार्ड या लोन के लिए आवेदन ना करें। यह आपकी क्रेडिट रिपोर्ट पर हार्ड इंक्वायरी की संख्या बढ़ा सकता है और आपके क्रेडिट स्कोर पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। उन्होंने बैंक द्वारा चलाई जा रही ऋण योजनाओं जैसे गृह निर्माण ऋण , वाहन ऋण , व्यक्तिगत ऋण , सैलरी ऋण , पिक-अप / मिनी ट्रक ऋण , मुद्रा ऋण , एन आर एल एम और समाजिक सुरक्षा बीमा योजनाओं की विस्तृत जानकारियां दी।
कॉलेक्टर कम डिप्टी रजिस्ट्रार सहकारी सभाएं सेंट्रल जोन मंडी श्री कमलेश कुमार ने कहा के सहकारिता आंदोलन को जन-जन तक पहुंचाना ही हमारा उद्देश्य है। इफको और कृभको ऐसी कोऑपरेटिव हैं जिनकी स्टडी दुनिया भर में की जाती है। लिज्जत पापड़ एक ऐसी कोऑपरेटिव है जिसकी स्टडी करने के लिए दुनिया भर के महिला संगठन आते हैं। अमूल एक ऐसा कोऑपरेटिव है जो 36 लाख बहनों को हर रोज सुबह शाम पैसे देने का काम करता है,यह सहकारिता की सफलता है।
शिविर में सहकारी सभा के प्रधान श्री भूप सिंह ठाकुर , उप – प्रधान श्री इंद्र सिंह ठाकुर , सदस्य श्री सुरेंद्र कुमार , श्री नवेंद्र सिंह , श्री धमेश्वर सिंह , सचिव श्री बुद्धि सिंह , सेवानिवृत कैप्टन किशोर कुमार , महिला मंडल प्रधान श्रीमती नागेश्वरी , सेवानिवृत खण्ड शिक्षा अधिकारी श्रीमती हेमलता शर्मा , सेवानिवृत अधीक्षक श्री देवी सिंह, सेवानिवृत कैप्टन सुन्दर सिंह सहित गांव के अन्य व्यक्ति मौजूद रहे।
