पंकज/न्यूज हिमाचल 24
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक
पाठशाला जंगल बैरी में कार्यरत भौतिक विज्ञान एवं एनसीसी ऑफिसर प्यार चंद ने पुआड खड्ड में रह रहे प्रवासी मजदूरों के बच्चों एवं उनके अभिभावकों को पहनने वाले कपड़े भेंट किए
गौरतलब रहे कि प्यार चंद सामाजिक कार्यों में अपनी बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाते रहे हैं ,
इसी कड़ी में एक उदाहरण प्रस्तुत करते हुए इन्होंने पुआड खड्ड मे झुगी झोंपड़ी में रह रहे प्रवासी मजदूरों से खुद जाकर मिले कि अपने बच्चो को किसी भी स्कूल मे दाखिल करवाओ लेकिन वो अपने बच्चो को पढ़ाने के लिए राजी नहीं हुए , कई दिनों तक बहुत ज्यादा परामर्श और प्रेरणा और समझाने के बाद अपने बच्चो को दाखिल करवाने के लिए राजी हुए , समस्या यह भी सामने आई कि इनके पास बच्चों का कोई भी दस्तावेज नहीं है तो खुद ही प्यार चंद ने इनके बच्चों के संबंधित कार्यालय में शपथ पत्र बनवाए और राजकीय प्राथमिक पाठशाला जंगल बैरी में प्रवासी मजदूरों के सभी बच्चों को दाखिल करवाया और आधार कार्ड एवम बैंक खाते भी खुलवाए
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स्वच्छता के प्रति जागरूक न होने की वजह से सभी प्रवासी मजदूरों के बच्चों को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया , व्यक्तिगत साफ सफाई रखने के लिए प्रेरित किया I साथ मे प्यार चंद एवम राजकीय प्राथमिक पाठशाला जंगल बैरी के प्रभारी सुशील कुमार प्रतिदिन शाम को योग अभ्यास और सुव्यवस्थित ढंग से ब्लैकबोर्ड एवम चॉक डस्टर का इस्तेमाल करते हुए झुगी झोंपड़ी में ही क्लास चलाते हैं , इनके एक छोटे से प्रयास से झुंगी झोपड़ी में रहने वाले बच्चों को भी शिक्षा ग्रहण करके जीवन में एक अच्छा इंसान और कुछ बनने की उम्मीद की किरण जगी है I
राजकीय प्राथमिक पाठशाला जंगल के प्रभारी सुशील कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला जंगल बैरी के प्रवक्ता प्यार चंद के अथक प्रयासों से प्रवासी मजदूरों के बच्चों ने इस पाठशाला में दाखिला लिया है जिससे इनके कडी मेहनत और अथक प्रयासों से हमारे स्कूल की एनरोलमेंट मे भी इजाफा हुआ है , यह प्रवासी मजदूरों के बच्चों को सरकारी बस में सवेरे बिठाना और स्कूल के पास उतारना एवम शाम को भी बस में बिठाना और बस से उतारकर घर पहुंचना इनकी आदत मे शामिल है , एक अभिवावक के रूप में बच्चों का मार्गदर्शन एवम देखरेख करते हैं I
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला जंगल बैरी के प्रधानाचार्य कमला ने प्रवक्ता प्यार चंद द्वारा विद्यालय में किए गए उत्कृष्ट कार्यों की सराहना करते हुए बताया कि सामाजिक कार्यों में जागरूकता के साथ साथ पाठशाला मे भी पढ़ाने के साथ साथ हर क्षेत्र में बड़ी ही लग्न से कार्य करते हैं और छुट्टियों में भी झुग्गी झोपड़ी में रहने वाले बच्चों को पढ़ा रहे हैं जिसके परिणाम स्वरूप पाठशाला की एनरोलमेंट मे भी इजाफा हुया , इसका श्रेय इनकी कड़ी मेहनत और ईमानदारी से काम करने को जाता है I
प्रवक्ता प्यार चंद का कहना है कि शिक्षा और ज्ञान को वस्तुओं की तरह बेचा और खरीदा नहीं जा सकता है। अगर हम इसे साझा कर सकते हैं तो हम एक सुंदर समाज का निर्माण कर सकते हैं।
